उज्जैन

ओह माय गॉड…उज्जैन में बंट रहे फटे और गलत चक्र का तिरंगा

पंचायतों को दे रहे झंडों के बंडल में बड़ी संख्या में निकल रहे खराब, सचिव जता रहे आपत्ति, प्रशासन ने निजी संस्था से खरीदे 3.91 लाख झंडों का जिले में होना है वितरित

उज्जैनAug 06, 2022 / 11:36 am

जितेंद्र सिंह चौहान

पंचायतों को दे रहे झंडों के बंडल में बड़ी संख्या में निकल रहे खराब, सचिव जता रहे आपत्ति, प्रशासन ने निजी संस्था से खरीदे 3.91 लाख झंडों का जिले में होना है वितरित

उज्जैन।
आजादी की ७५ वीं वर्षगांठ के मौके पर जिले भर में लगाए जाने के लिए बांटे जा रहे राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा में बड़ी खामियां सामने आ रही है। यह झंडे फटे और जले होने के साथ ही इनमें बने चक्र में गड़बड़ी निकल रही है। राष्ट्रीय ध्वज के इस तरह निर्माण होने से लोगों की देशप्रेम की भावना आहत हो रही है, वहीं इन्हें खरीदने वाले पंचायत सचिव भी नाराजगी जता रहे हैं। हालांकि प्रशासन को दावा है कि खराब हुए झंडों को वापस किया जा रहा है लेकिन जो झंडे दिए जा चुके हैं उन्हें वापस करना मुश्किल भरा हो रहा है।
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जिले में हर घर तिरंगा अभियान चलाया जा रहा है । इसमें प्रशासन की ओर से जिले में ३.९१ लाख झंडा बांटे जा रहे है। यह झंडे बल्क में प्रशासन की ओर से उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। इन्हीं झंडों में बड़ी संख्या में खराब भी निकल रहे है। स्थिति यह है कि झंडे फटे हुए निकल रहे हैं। कुछ जगह झंडे जला होना भी सामने आए हैं। वहीं झंडों पर बने चक्र में भी गड़बड़ी सामने आ रही है। इन चक्रों की संख्या कम है तो यह बीच में न होकर किनारों पर बने हुए है। ऐसे में जब इन्हें संबंधित को दिए जा रहे हैं तो खराब निकलने लोग नाराजगी जता रहे हैं। दरअसल प्रशासन की ओर से यह झंडे १५ रुपए की कीमत में लोगों को उपलब्ध करवाए जा रहे है। जब यह झंडे नियमानुसार नहीं निकलते हैं तो लोगों की भावना आहत हो रही है। उज्जैन जनपद पचांयत में खराब झंडा निकलने पर पंचातय सचिव ने जबर्दस्त नाराजगी भी जताई। सचिव का कहना था अगर राष्ट्रीय ध्वज खराब बनाए है तो जनता को हम क्या जवाब देंगे।
100-200 के बंडल में बांट रहे झंडे
जिले की ६०९ पंचायतों को पंचायत सचिव के माध्यम से झंडा उपलब्ध करवाया जा रहा है। प्रशासन के पास यह झंडे एक बड़े थैली में पैक होकर आ रहे हैं। वहीं पंचायत सचिवों को १००-२०० के बंडल में इन्हें दिए जा रहे हैं। ऐसे में इन बंडलों में शामिल खराब झंडे दिखाई नहीं दे रहे है। जब सचिव इन्हें लोगों को देने के लिए खोलते हैं तो खराब झंडे सामने आ रहे हैं।
गांवों में 2.38 तो शहर में 1.52 लाख झंडे
हर घर तिरंगा अभियान के तहत जिले में ३.९१ लाख झंडे बांटे जाने का लक्ष्य रखा गया। इसमें २ लाख ३८ हजार ९५० झंडे ग्रामीण क्षेत्र में तो १ लाख ५२ हजार ४५८ झंडे शहरी क्षेत्र में बांटे जाने है। गांवों में पंचायत सचिव तो शहर में बूथ लेवल व उचित मूल्य की दुकानों से विक्रय किया जाएगा। झंडे के साथ ४ फीट की डंडी भी दी जाएगी।
झंडा फहराने में यह रखे सावधानी
– राष्ट्रीय ध्वज क्षतिग्रस्त यानी कटा-फटा व हल्के भद्दे रंग का नहीं होना चाहिए।
– राष्ट्रीय ध्वज पर कुछ भी लिखा नहीं होना चाहिए।
– राष्ट्रीय ध्वज एक निश्चित साइज में होना चाहिए।
– राष्ट्रीय ध्वज सूर्योदय के समय तथा सूर्यास्त के पहले उतार लेना चाहिए।
– राष्ट्रीय ध्वज लगाने पर पूरा सम्मान देना चाहिए।
– राष्ट्रीय ध्वज को गदंगी के बीच नहीं रखना चाहिए।
इनका कहना
जो झंडे खराब आए हैं, उन्हें बदलवाया जा रहा है। वैसे ऐसे झंडों की संख्या कम है।
– आशीषसिंह, कलेक्टर

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