जिले की सातों विधानसभा क्षेत्रों में 18 वर्ष से 19 वर्ष के 45 हजार 250, 30 से 39 वर्ष की आयु के 3 लाख 37 हजार 782, 40 से 50 आयु वर्ग के 2 लाख 88 हजार 598, 50 से 59 आयु वर्ग के 1 लाख 98 हजार 503, 60 से 69 वर्ष की आयु के 1 लाख 15 हजार 112, 70 से 79 आयु वर्ग के 54 हजार 779 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। इस प्रकार निर्वाचन में कुल 14 लाख 22 हजार 669 मतदाता अपने मत का उपयोग कर सकेंगे। इसमें 7 लाख 27
हजार 73 पुरूष, 6 लाख 95 हजार 520 महिला व अन्य 76 मतदाता हैं।
चुनावी प्रक्रिया में नहीं हो सकेगा अवयस्क का नियोजन
उज्जैन. निर्वाचन आयोग ने कहा है कि विधानसभा निर्वाचनकी चुनावी प्रक्रिया-गतिविधि में बाल श्रम नियोजन प्रतिषिद्ध है। बाल श्रम प्रतिषेध व विनियमन अधिनियम के अन्तर्गत 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को किसी भी व्यवसायिक प्रक्रिया में नियोजन करना अपराध है। 14 वर्ष से अधिक व 18 वर्ष तक की आयु के अवयस्क किशोरों को खतरनाक श्रेणी के कार्य में नियोजित करना अपराध माना गया है। निर्वाचन आयोग ने उक्त अधिनियम के निर्देशों के परिप्रेक्ष्य में चुनावी प्रक्रिया के कार्य में अवयस्क व्यक्ति पर नियोजन नहीं किया जाए। सहायक श्रमायुक्त मेघना भट्ट ने इस सम्बन्ध में विभिन्न विभागों के अधिकारियों को पत्र प्रेषित कर अनुरोध किया है कि निर्वाचन आयोग व बाल श्रम अधिनियम के अन्तर्गत अवयस्क व्यक्ति का नियोजन नहीं किया जाए।
घट्टिया विधानसभा के लिए उन्हेल से प्रत्याशी चुनने की मांग
उज्जैन. विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही राजनीतिक दलों में अलग-अलग मांगे उठने का दौर भी शुरू हो गया है। घट्टिया विधानसभा क्षेत्र के लिए इस बार उन्हैल से कांग्रेस के उम्मीदवार को टिकट देने की मांग हो रही है। शनिवार को पूर्व जनपद सदस्य मोहनलाल गाजी ने मीडिया से चर्चा में बताया, घट्टिया विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत उन्हेल सबसे बड़ा नगर है। इस विधानसभा में कांग्रेस को जीत दिलाने में उन्हैल की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसके बावजूद आज तक उन्हैल के किसी व्यक्ति को कांग्रेस ने घट्टिया विधानसभा सीट के लिए प्रत्याशी नहीं बनाया है। उनका दावा है कि इस बार यदि उन्हैल से प्रत्याशी बनाया जाता है तो पार्टी की जीत निश्चित है।
मतदान केंद्रों पर बने रेंप
विधानसभा चुनाव को लेकर शहरी क्षेत्र के मतदान केंद्रों पर नगर निगम निगम विभिन्न व्यवस्थाएं कर रहा है। इसके अंतर्गत वृद्धजन व दिव्यांगों के लिए रेंप भी शामिल है। जोन-1 में कुल 90 मतदान केन्द्रों में से 40 में, जोन -2 में 85 में से 59, जोन-३ में से 78 में से 20, जोन-4 में 58 में से 22, जोन 5 में 65 में से 62 और जोन 6 में 104 में से 28 मतदान केन्द्रों पर रेम्प निर्माण प्रस्तावित हैं। इसके साथ ही मरम्मत, खिड़की दरवाजे, शौचालय, पानी, प्रकाश, रंगाई पुलाई आदि की व्यवस्था का कार्य अंतिम चरण में है।