उज्जैनPublished: Sep 23, 2019 12:29:31 am
Mukesh Malavat
चेन्नई पुलिस ने नागदा पहुंचकर गिरोह के सदस्यों से की पूछताछ, आज कोर्ट में पेश कर मांगेंगे आरोपियों की ट्रांजिट रिमांड
चेन्नई पुलिस ने नागदा पहुंचकर गिरोह के सदस्यों से की पूछताछ, आज कोर्ट में पेश कर मांगेंगे आरोपियों की ट्रांजिट रिमांड
नागदा. शनिवार रात 10.30 बजे नागदा पुलिस ने आरपीएफ एवं जीआरपी की मदद से एक ऐसे चोर गिरोह के सात सदस्यों को जयपुर-चैन्नई एक्सप्रेस ट्रेन से पकड़ा है, जो दूसरे राज्यों में जाकर चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे। गिरोह के सभी सदस्य चैन्नई से कोटा के लिए यात्रा कर रहे थे। पूछताछ में आरोपियों ने साउथ चैन्नई में दो चोरी की वारदात को कबूला है। आरोपियों के पास से करीब 10 लाख रुपए के जेवरात एवं 60 हजार रुपए नकद मिले है। मामले की जानकारी मिलने के बाद रविवार को चैन्नई पुलिस ने भी नागदा पहुंचकर आरोपियों से पूछताछ की है। सीएसपी मनोज रत्नाकर ने बताया सोमवार को सभी आरोपियों को स्थानीय न्यायालय में पेश किया जाएगा। चेन्नई पुलिस आरोपियों को अपने साथ ले जाने के लिए ट्रांजिट रिमांड की मांग करेगी।
सीसीटीवी फुटेज से हुई थी पहचान : चैन्नई पुलिस के एएसपी संगरा नारोचन ने पत्रिका को बताया कि तीन दिन पूर्व 20 सितंबर को साउथ चैन्नई के पल्लबन थागंल क्षेत्र में दो बड़ी चोरियों की वारदात हुई थी। चोरी की वारदात का समय शाम 5 बजे के लगभग का है। पुलिस ने जब मौका-ए-वारदात एवं आसपास के क्षेत्रों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो राजस्थानी वेशभूषा के कुछ संदिग्ध युवक दिखाई पड़े थे। पुलिस ने जब चैन्नई के पब्लिक ट्रांसपोर्ट यानी बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो संदिग्धों से मिलते जुलते लोग रेलवे स्टेशन पर दिखाई पड़े। फिर पुलिस ने राजस्थान की ओर जाने वाली ट्रेन की तलाश की तो पता चला कि संदिग्ध जयपुर-चैन्नई ट्रेन में सवार होकर राजस्थान भाग सकते हैं। इसी आधार पर चैन्नई पुलिस ने उज्जैन एसपी को संदिग्धों की जानकारी देकर ट्रेन में इनकी तलाश करने की जानकारी दी थी।
पुलिस अधीक्षक को मिली थी जानकारी
सीएसपी रत्नाकर ने बताया शनिवार शाम को उज्जैन एसपी सचिन अतुलकर ने नागदा पुलिस को सूचना दी थी कि चैन्नई से जयपुर जाने वाली चैन्नई-जयपुर एक्सप्रेस ट्रेन मे कुछ संदिग्ध लोग सफर कर रहे हंै। रात करीब 10.30 बजे जैसे ही यह ट्रेन नागदा रेलवे स्टेशन पहुंची तो पूर्व से इंतजार कर रही पुलिस ने ट्रेन में संदिग्धों की तलाश प्रारंभ कर दी। कुछ समय बाद ही ट्रेन के कोच नबंर एस-7 में कुछ संदिग्ध लोग यात्रा करते दिखाई पड़े। पुलिस ने जब इन लोगों से पूछताछ की तो यह घबरा गए। सभी सात लोगों को पुलिस ट्रेन से उतारकर थाने ले आई और जब इनके सामान की तलाशी की गई तो इनके पास से भारी मात्रा में सोने और चांदी के जेवरात एवं हजारों रुपए की नकदी मिली। पुलिस ने जब सख्ती बरती तो आरोपियों ने चैन्नई में दो चोरी की वारदात को कबूल कर लिया है। आरोपियों को पकडऩे में मंडी एवं बिरलाग्राम थाने की पुलिस के अलावा आरपीएफ एवं जीआरपी का विशेष सहयोग मिला।
सभी आरोपियों की उम्र 18 से 30 साल के बीच
नागदा पुलिस के हत्थे चढ़े अंतरराज्यीय चोर गिरोह के सभी आरोपियों की उम्र 18 से लेकर 30 वर्ष के बीच में है। ज्यादातर आरोपी राजस्थान के अजमेर जिले के रहने वाले बताए गए है। पुलिस ने आरोपियों के नाम रामनिवास (30) पिता रायमल निवासी गांव कुशायता जिला अजमेर, रामदमीया (20) पिता मोहनलाल निवासी गिनायदा जिला अजमेर, कैलाश (20) पिता छीतर गुर्जर निवासी मोराहा जिला अजमेर, कालूराम (23) पिता बद्री बागरी निवासी पारासर तहसील कैकरी जिला अजमेर, गोरू (18) पिता सिताराम 18 निवासी नरायरा जिला अजमेर, कारू (18) पिता जगदीश निवासी सापरा जिला भीलवाड़ा राजस्थान है।