scriptइन दो उपार्जन केंद्र पर नहीं होगी खरीदी | These two earning centers will not be bought at the center. | Patrika News

इन दो उपार्जन केंद्र पर नहीं होगी खरीदी

locationउज्जैनPublished: May 10, 2018 12:24:56 am

Submitted by:

Lalit Saxena

भोपाल से आए इन दोनों केंद्र में खरीदी बंद करने के आदेश, अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं

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उन्हेल. उज्जैन जिले में गेहूं खरीदी के लिए 3 नवीन उपार्जन केन्द्र खोले गए थे। उन पर लाखों क्विंटल गेहूं खरीदी की गई, लेकिन बुधवार शाम से उन्हेल क्षेत्र के 2 केन्द्र की मान्यता खाद्य नागरीक आपूर्ति एंव उपभोक्ता सरंक्षण विभाग भोपाल ने निरस्त कर दी। अब नवीन उपार्जन केंद्र बरखेड़ा माडन व आलोट जागीर केंद्र अब खरीदी नहीं कर सकेगा। इसको लेकर उज्जैन जिले में माकड़ौन को विभाग ने मान्यता दी है। उपार्जन केन्द्र की मान्यता निरस्त करने के आदेश खाद्य नागरीक आपूर्ति एवं उपभोक्ता सरंक्षण विभाग के संचालक ने जिला कलेक्टर को दिए है। आदेश की प्रत दोनों उपार्जन केंद्र के प्रबंधकों को मिल गई है, जिसके बाद से खरीदी बंद कर दी है। भोपाल से आए इस आदेश के बाद दोनों उपार्जन केंद्र से जुड़े २२ गांवों के किसानों में खलबली मच गई है। जबकि माकड़ौन उपार्जन केंद्र के डेलची गांव को यथावत रखा गया हैं, क्योकि निरस्ती आदेश में इस नवीन उपार्जन केंद्र का नाम नहीं है।
यह स्थिति आलोट व बरखेडा की : नवीन उपार्जन केंद्र आलोट जागीर के अस्तित्व में आते ही इस केंद्र पर 10 गांव को जोड़ा गया था, जिसमें 658 किसानों का पंजीयन हुआ था। इस केंद्र पर 280 किसानों का माल तोला गया था, वहीं 378 किसानों का माल तुलना बाकी है। इन किसानों का माल कौन सा उपार्जन केंद्र तोलेगा यह अभी तय नहीं है। इसी तरह बरखेड़ा मांडन में 12 गांव को जोड़ा था, यहां पर 384 किसानों का पंजीयन हुआ था, जिसमें 262 किसानों का माल तोला गया है, शेष बचे 122 किसान को माल तुलाने के लिए संकट खड़ा हो गया है ।
भोपाल ने 7 नवीन उपार्जन केंद्र की मान्यता निरस्त की
खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता सरंक्षण विभाग भोपाल के संचालक मानशुक्ला द्वारा जो आदेश जारी किया है, उसमें जिला हरदा के लछोरा, कमतड़ा , उमरीया के पाली, उज्जैन के बरखेड़ा मांडन, आलोट जागीर, बुुरहानपुर के धुलकोट एवं दमोह के बाघपूर नवीन केंद्रों की अनुमति को उपार्जन नीति का 5 में उल्लेखित प्रावधान अनुसार उक्त केंद्रों को पात्रता ना होने के कारण संदर्भित द्वारा दी गई अनुमति निरस्त की जाती है।
विधायक को लगा झटका
तत्कालीन जिला कलेक्टर सांकेत भोडंवे ने माकड़ौन में डेलची गावं व उन्हेल में बरखेडा मांडन में गेहूं उपार्जन केन्द्र खोलने के भोपाल से मिले आदेश के बाद स्वीकृती दी थी ओर केन्द्र संचालित समय सीमा में हो गए थे। इसी बीच विधायक सतीश मालवीय ने सहकारिता मंत्री विश्वास सांरग से स्वीकृती दिलाकर जिला कलेक्टर को आदेशित कराया था कि नवीन उपार्जन केंद्र आलोटजागीर में खरीदी की जाए। इसके बाद भी एक माह बाद उपार्जन केंद्र शुरू किया गया था। इस उपार्जन केन्द्र पर विधायक की प्रतिष्ठा दाव पर थी पर अब तो दोनों उपार्जन केन्द्र की मान्यता समाप्त हो गई है।
&आलोट जागीर व बरखेड़ा मंाडन नवीन उपार्जन केंद्र की मान्यता निरस्त होने की मुझे सूचना नहीं है। ऐसा आदेेश भोपाल से जारी हुआ है तो मैं मेल देखकर बता पाऊंगा, मैं अभी फिल्ड में हूं।
एस एन माहेश्वरी, जिला प्रबंधक, खाद्य नागरिक आपूर्ति निगम उज्जैन
&भोपाल से आदेश आते ही बुधवार दोपहर 2 बजे से खरीदी बंद कर दी है। वहीं डाटा भी ट्रांसफर कर दिया है
रामसिंह सोलंकी, प्रबंधक उपार्जन केंद्र आलोट जागीर
&भोपाल से मिले आदेश के बाद केंद्र पर तुलाई बंद कर दी है। साथ ही किसानों को अवगत करा दिया है। खरीदी बंद करने की जानकारी भेपाल भेज दी है।
च्ंादरसिंह आंजना, प्रबंधक उपार्जन केन्द्र बरखेडा मांडन
&दो उपार्जन केंद्र की मान्यता निरस्त हुई है इसकी जानकारी मिली है। इस बारे ूमें खाद्य आपूर्ति विभाग भोपाल से चर्चा की जाएगी। इन केंद्रों के किसानंो को परेशानी ना हो इसके लिए यथा स्थिति बनाएं रखने की बात की जा रही हंै। टेक्निकल परेशानी के कारण यह स्थिति बनी है।
सतीश मालवीय, विधायक श्च

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