जन्म से बीमार है बेटा
दिव्यांग चेतन जो कि जन्म से ही अपने साथ बीमारियों की गठरी लेकर आया है। माता-पिता भी उसकी हर प्रकार से देखभाल करने में पीछे नहीं हट रहे। कोरोना संकट के दौर में मजदूरी नहीं मिलने से परिवार आर्थिक संकट में आ गया है और भूख से तड़प रहा है। फिलहाल इस परिवार की डॉक्टर प्रवीण पंड्या ने मदद की, वे जायंट्स ग्रुप से भी जुड़े हैं और ग्रुप के अन्य सदस्यों से कहकर इस परिवार की थोड़ी मदद की है। पंड्या का कहना है, शहर में अन्य संस्थाएं, संगठन, सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जो भूखों को भोजन पैकेट्स, राशन आदि की मदद कर रहे हैं, यदि वे इस परिवार की भी मदद करेंगे, तो इन्हें सहारा मिल जाएगा।
महामारी में कर रहे थे सेवा, तभी दिव्यांग पर पड़ी नजर
कोरोना महामारी के इस संकट में गरीबों की सेवा में जुटे जायंट्स ग्रुप ऑफ उज्जैन की टीम मानव सेवा करते हुए जब कैलाश एम्पायर में खाद्य सामग्री दूध, बिस्किट और गौमाता के लिए चारा वितरण कर लौट रही थी, तो रास्ते में गुरुनानक अस्पताल व घास मंडी के बीच दिव्यांग चेतन पर नजर पड़ी। ग्रुप सदस्य संगीता पंड्या, कुंदा मिलिंद पाहलकर ने बच्चे को पहले ओआरएस का घोल पिलाया और बाद में दूध के साथ बिस्किट खिलाए। परिवार को भी खाद्य सामग्री उपलब्ध कराकर मदद की।
ऐसे कर सकते हैं मदद
डॉ. प्रवीण पंड्या ने बताया कि इस दिव्यांग बच्चे व परिवार की नगर की अन्य सामाजिक संस्थाएं भी उसकी माता के मोबाइल नंबर 8461992787 पर फोन कर मदद कर सकती है। सहयोग या अधिक जानकारी के लिए डॉ. पंड्या के मोबाइल नंबर 9425431316 पर या सीएस होम्यो स्टोर, 10, गुरुनानक मार्केट फ्रीगंज पर भी संपर्क किया जा सकता है।