फेसबुक पेज हो, वॉट्सएप या टेलीग्राम, शहर के कुछ सोशल मीडिया यूजर्स इन प्लेटफार्म के जरिए उज्जैनवासियों को जोडऩे का काम कर रहे हैं। एडमिन के रूप में किसी ने बेरोजगारी दूर करने के उद्देश्य से लोगों को जुडऩे मंच उपलब्ध करवाया तो किसी ने बिना ब्रोकरशिप का खरीदो-बेचो बाजार ही खड़ा कर दिया है। यही नहीं रक्तदान जैसे पुण्य कार्य भी इन ग्रुप्स के माध्यम से हो रहे हैं। बड़ी बात यह है कि इन गुप्स या पेजेस पर लाखों लोग जुड़े हुए हैं जिनमें से कई ने प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से इस सोशल कनेक्टीविटी का लाभ लिया है।
ऐसी-ऐसी जरूरतें हो रही पूरी
– वेकेंसी, रोजगार, कर्मचारी की आवश्यकता।
– पुरानी बाइक, कार या अन्य वाहन बैचना-खरीदना।
– मकान किराऐ से देना, बैचना या अन्य प्रापर्टी सेलिंग।
– उपचार के लिए ब्लड की आवश्यकता ।
– चिकित्सकों की जानकारी
– प्लंबर, मिस्त्री, भोजन बनाने वाले आदि की उपलब्धता।
– पुरानी किताबें, पुराने कपड़ों का दान
ऐसे ग्रुप जो बन रहे जरूरतमंदों का सेतु
उज्जैन वाले-
एडमिन- संजय व्यास व अन्य
किएट- ६ वर्ष पूर्व
सदस्य- १७४१६७
शहर में यह सबसे चर्चित फेस बुक पेज है। जॉब रिक्वायरमेंट, प्रॉपर्टी, ब्लड डोनेशन, आपातकालीन चिकित्सा, शहर की समस्या आदि पोस्ट होते हैं।ग्रुप के माध्यम से कई सामाजिक कार्य हुए। लॉकडाउन में ब्याज मुक्त सूक्ष्म ऋण, भोजन, ऑक्सीजन सिलेंडर आदि मदद की।
कहते हैं-
उज्जैन के सर्वागीण विकास व शहर का नाम विश्व पटल पर लाने के उद्देश्य से यह फेसबुक गु्रप बनाया था। उज्जैन वाले समूह एक परिवार की तरह अपने सदस्यों व समाज की समस्याओं को समाधान तक पहुंचाने का सतत प्रयास कर रहा है।
– संजय व्यास, एडमिन
उज्जैन जॉब-
एडमिन- उमेश पांडेय
किएट- २२ अप्रैल २०२३
सदस्य- १२२
कुछ दिनों पूर्व ही क्रिएट हुआ यह फेस बुक पेज ग्रुप शहर में बेरोजगारों के रोजगार के दरवाजे तक पहुंचाने में तेजी से मददगार साबित हो रहा है। इस पेज पर जॉब रिक्वायरमेंट, वैकेंसी की जानकारी मिलती है। कई लोगों को इससे मदद मिल रही है। एक महीने से भी कम समय में इस गु्रप के माध्यम से एक दर्जन से अधिक लोगों को रोजगार मिल चुका है।
कहते हैं-
पेशे से मैं एचआर हूंं इसलिए नौकरी के लिए कई आवेदन मेरे पास पहुंचते हैं। सभी को एक संस्था में नौकरी मिलना संभव नहीं है। बेरोजगारी की समस्या कम हो, लोगों को कैसे मदद कर सकें, इस विचार के कारण ही यह ग्रुप क्रिएट किया। उम्मीद है कि ग्रुप के माध्यम से अन्य लोग भी एक-दूसरे से जुड़ेंगे और रोजगार के अवसर खुलेंगे।
– उमेश पांडेय, एडमिन