महाकाल की चार सवारी निकल चुकी है लेकिन अभी तक वर्मा ने मार्ग या घाट का निरीक्षण नहीं किया था। सोमवार को उन्होंने सवारी निकलने से पूर्व रामघाट का आकस्मिक निरीक्षण करने का मन बनाया था लेकिन सर्किट हाउस पर अधिक समय लगने से दौरा टाल दिया गया। मंगलवार सुबह वर्मा जब शहर पहुंचे तो उन्होंने पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के साथ सर्किट हाउस पर चर्चा की और फिर ताजपुर से लौटते समय शाही सवारी मार्ग व रामघाट का निरीक्षण किया। इस बीच एक पूर्व पार्षद ने उन्हें अपने मोबाइल पर एक दिन पूर्व तक घाट के आसपास पसरी गाद व गंदगी दिखाई। रामघाट पहुंच वर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आगामी सवारियों के दौरान पूर्व से ही मार्ग व घाट की पर्याप्त सफाई कर ली जाए। तराना विधायक महेश परमार ने शाही सवारी के दौरान भी बैरिकेडिंग व्यवस्थित रखने का कहा ताकि श्रद्धालुओं को बाबा के सुलभ दर्शन हो सके।
बंद कमरे में अफसरों के साथ की बैठक
ताजपुर जाने से पहले सुबह शहर पहुंचने के साथ ही मंत्री वर्मा ने सर्किट हाउस पर पुलिस-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बंद कमरे में आधा घंटे से अधिक समय तक चर्चा की। अधिकांश चर्चा शाही सवारी की तैयारी को लेकर हुई। सूत्रों के अनुसार सोमवार को प्रस्तावित दौरा टलने पर मंत्री ने नाराजगी भी जताई। शाही सवारी में भोपाल व इंदौर के पुलिस बैंड बुलाने पर विचार हुआ। शाही सवारी में मुख्यमंत्री कमलनाथ के शामिल होने की भी संभावना है।
संकरे रास्तों से गजुरा कारकेट, लोग परेशान
मंत्री व अन्य जनप्रतिनिधियों ने कार में से ही सवारी मार्ग का निरीक्षण किया। मार्ग निरीक्षण व रामघाट पहुंचने के लिए मंत्री का काफिला तेलीवाड़ा, कंठाल, सती गेट, पटनी बाजार, बख्शी बाजार, कार्तिक चौक से गुजरा। संकरे रास्तों में एक दर्जन से अधिक कारों का काफिला हूटर बजाते हुए निकला तो त्योहारी खरीदी के लिए बाजार में आए लोगों को परेशानी झेलना पड़ी।