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यह तो हद है, यहां भी मवेशियों का डेरा….

locationउज्जैनPublished: Aug 22, 2018 01:57:35 am

Submitted by:

Lalit Saxena

अंतिम विश्रामधाम चक्रतीर्थ पर व चबूतरों के आसपास निकलने तक नहीं मिलती जगह

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अंतिम विश्रामधाम चक्रतीर्थ पर व चबूतरों के आसपास निकलने तक नहीं मिलती जगह

उज्जैन. शहर तो शहर अब तो अंतिम विश्राम धाम पर भी मवेशियों का डेरा है। जहां व्यक्ति सुकुन व शांति पाने की कोशिश करता है, वहां भी ये मवेशी खलल डाल रहे हैं। करोड़ों रुपए से संवरे चक्रतीर्थ में शव जलाने वाले चबूतरों के आसपास ही मवेशियों का डेरा रहता है। ये तस्वीर किसी एक दिन नहीं, अमूमन हर दिन यहां यही हाल हैं। एेसे में अंतिम संस्कार में आने वाले लोगों को निकलने तक नहीं जगह नहीं मिलती। बारिश का समय होने से अधिकांश लोग ऊपर बने शेड के नीचे ही शवदाह करते हैं और यहीं दर्जनोंं मवेशी विचरण करते हैं।
चक्रतीर्थ पर आवाजाही के निश्चित गेट होने के बावजूद कर्मचारी ध्यान नहीं देते और मवेशी चबूतरों तक पहुंच जाते हैं। कई बार जलती चिता में ही मवेशी सिर घुसा देते हैं, वहीं लकड़ी-कंडे जमाने दौरान लोगों को परेशानी उठाना पड़ती है। ये मवेशी कहीं दूर से नहीं, बल्कि आसपास के पशु पालकों के ही हैं, लेकिन फिर भी नगर निगम प्रशासन का इन पर अंकुश नहीं। ना ही चक्रतीर्थ पर लगे चौकीदार, कर्मचारी इस पर ध्यान देते। इस कारण सैकड़ों लोग रोज समस्याओं से दो-दो हाथ करते हैं।
शवदाह स्टैंड पर ही पड़ी मृत गाय
शेड के नीचे बने लोहे के शवदाह स्टैंड के पास ही मृत गाय पड़ी है। दो दिन ये गाय यहां पड़ी हुई है। इसके कारण बदबू भी फैलने लगी। ना तो पशु पालक को परवाह है ना ही चक्रतीर्थ के कर्मियों ने मृत गाय हटाने की सुध ली। इस कारण यहां मच्छर व गंदगी भी पनप रही है।
कार्रवाई होगी
&चक्रतीर्थ में अंदर मवेशी जहां से भी घुसते होंगे इसकी रोकथाम कराएंगे। कर्मियों को हिदायत देंगे कि अब से मवेशी अंदर घुसने पर उन पर कार्रवाई होगी। साथ ही वहां के आसपास जो भी पशु पालक होंगे उन पर भी दंडात्मक कार्रवाई कराएंगे।
योगेंद्र पटेल, उपायुक्त, स्वास्थ्य, ननि

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