प्रबंधक एनएस राठौर ने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान मंगलनाथ मंदिर में भात पूजन नहीं होगी। दर्शनार्थियों को सुगमता से दर्शन कराए जाने हेतु भात पूजन बंद रखा गया है। इसके अलावा पेयजल के लिए मंदिर के मुख्य द्वार पर नया ट्यूबवेल खनन किया गया है।
दोनों मंदिरों में 1 लाख से अधिक आय
प्रबंधक राठौर ने बताया कि मंगलवार को अंगारेश्वर और मंगलनाथ मंदिर में हुई भात पूजन से 1 लाख 43 हजार 650 रुपए की आय हुई है। इसमें मंगलनाथ में कुल 516 भातपूजन से 92 हजार और अंगारेश्वर मंदिर में कुल 318 भातपूजन से 51 हजार 650 रुपए प्राप्त हुए हैं।
मंगल दोष को लेकर मंदिर की मान्यता
उज्जैन स्थित मंगल नाथ मंदिर की मान्यता देश और विदेश में है। मान्यता के अनुसार जिन लोगों की कुंडली में मांगलिक दोष होता है वे यहां आकर उसके उपाय हेतु पूजा-पाठ एवं कर्म- कांड करवाते हैं। मंगल ग्रह को समर्पित इस मंदिर में सैकड़ों श्रद्धालु आते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, उज्जैन नगरी को मंगल की जननी भी कहा जाता है। इसलिए यहां पर मंगल दोष से पीड़ित जातक अपने दोष के निवारण हेतु आते हैं।