नानाखेड़ा के समीप बसंत विहार कॉलोनी में रहने वाले सुनील बामनिया, किशोर दा की जन्म स्थली खंडवा के ही रहने वाले हैं। कुछ वर्ष पहले वे उज्जैन आकर बस गए। किशोर दा की हर अदा के दीवाने सुनील ने पहले तो किशोर दा के गीतों, उनकी तस्वीरों को सहेजा, फिर दीवानगी बढ़ती चली गई, तो हर साल पुण्यतिथि मनाने लगे। इस बीच कई फैंस जुड़े, उन्होंने किशोर दा फैंस के नाम से क्लब बनाया। अब भी दिल नहीं माना। उन्होंने अपने ही घर में किशोर दा का मंदिर बनाने की ठानी।
लीना चंद्रावरकर ने दी थी बधाई
किशोर कुमार की पत्नी लीना चंद्रावरकर से सुनील की मुलाकात मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान हुई। उनसे कहा कि मैं खंडवा स्थित किशोर दा की समाधि पर रातों में घंटों बैठा रहता हूं, वहां मुझे सुकून मिलता है। मैं किशोर दा का मंदिर बनाना चाहता हूं। यह सुनकर लीना ने खुश होकर उन्हें आशीर्वाद और बधाई दी थी।
कलाकारों को देते हैं आश्रय
सुनील कुमार ने अपने घर में जिस जगह किशोर दा का मंदिर बनाया है, उसमें शहर आने वाले कलाकारों को आश्रय दिया जाता है। उन्होंने बताया कि वे हर कलाकार में किशोर दा को ही देखते हैं। बाहर से आए आगंतुक कलाकारों को नि:स्वार्थ भाव से उसी कमरे में ठहराते हैं और उनका आतिथ्य भी करते हैं। इस कार्य में उनकी पत्नी भी सहयोग करती हैं।
किशोर दा पर बनाया गीत, फिल्म में होगा शामिल
सुनील कुमार ने किशोर दा पर एक गीत भी तैयार किया है, जिसके बोल हैं…दिल वाले, मतवाले, यार वाले, प्यार वाले, सारे जग से निराले, मेरे किशोर दा खंडवा वाले…। यह गीत बहुत जल्द फिल्म में भी शामिल किया जाएगा।