उज्जैनPublished: Sep 15, 2019 12:22:55 am
Mukesh Malavat
4 फीट ऊपर से बहा चीलर बांध में पानी, तालाब की पाल भी टूटी
4 फीट ऊपर से बहा चीलर बांध में पानी, तालाब की पाल भी टूटी
शाजापुर. जिले में एक सप्ताह से लगातार बारिश का दौर जारी है, ये बारिश अब लोगों के लिए आफत बन चुकी है। शनिवार को जिले के बेरछा थानांतर्गत एक युवक की डूबने से मौत हो गई। मो. बड़ोदिया में निपानिया डैम में डूबे युवक को देर शाम तक रेस्क्यू कर तलाशा गया। शहर में चीलर नदी के पास निचली बस्ती में बाढ़ की स्थिति बन गई। अनेक इलाकों में पानी घुस गया। प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और मुनादी कराकर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का आह्वान किया। कलेक्टर डॉ. वीरेंद्रसिंह रावत सहित प्रशासन टीम क्षेत्र में दौरा करती रही। शहर 24 घंटे में शहर में 115 एमएम यानी 4.5 इंच बारिश दर्ज की गई। जो 24 घंटे में अब तक की सबसे अधिक बारिश है। इधर 24 अगस्त को बाढ़ से प्रभावित हुए खोखराकलां गांव में तालाब पाल टूटी होने के कारण एक बार फिर पानी जमा हो गया। बेरछा और मंडोदा गांव सहित अनेक गांवों में पानी जमा हो गया। जिला मुख्यालय से अनेक गांवों का संपर्क टूटा रहा। जिले से निकलने वाली चीलर, नेवज, कालीसिंध, लखुंदर, पार्वती नदी उफान पर रही। पूरे जिले में हालात पर काबू पाने के लिए प्रशासन टीम लगी रही। एसपी पंकज श्रीवास्वत ने भी सुबह पुलिस टीम को पुल-पुलियाओं पर लोगों को जाने से रोकने के लिए सभी थानों को निर्देशित किया। दोपहर 3 बजे तक जिले में तेज बारिश का दौर जारी रहा। इधर मौसम पर्यवेक्षक सत्येंद्रकुमार धनोतिया ने बताया कि रविवार से मौसम खुलने की संभावना है।
नाला पार करने में डूबने से युवक की मौत
बेरछा थानांतर्गत ग्राम पलासीसोन में एक युवक नाले में डूबने से मौत हो गई। विक्रमसिंह (35) वर्ष शनिवार सुबह अपने ग्राम पलासीसोन से बेरछा जा रहा था, जो बेरछा में ड्रायवर होकर गाड़ी चलाता था। सुबह पलासीसोन के नाले में अधिक पानी था और युवक नाला पार कर रहा था। तभी तेज बहाव में युवक बह गया, जिससे नाले में आगे जाकर तालाशा गया। युवक को तलाशने के बाद शाजापुर जिला अस्पताल लेकर आए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। यहां पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
नहाने गया युवक डूबा, रात तक चला रेस्क्यू
मो. बड़ोदिया के समीप निपानिया में नहाने गया युवक पानी के भंवर में फंसकर डूब गया। जिसे निकालने के लिए देर शाम तक रेस्क्यू चलता रहा, लेकिन युवक नहीं मिला। शनिवार को निपानिया डैम में नहाते वक्त एक युवक डैम के अधिक बहाव के कारण बह गया। जानकारी अनुसार सुबह करीब 8 बजे रामबाबू पिता मांगीलाल मालवीय (22) निवासी नई कालोनी निपानिया डैम में अपने अन्य साथियों के साथ नहाने गया था। अतिवर्षा और डैम के अधिक बहाव से तीन युवक बहने लगे। जिसमें दो युवक बाहर निकल आए, लेकिन रामबाबू तेज बहाव में बह गया। पुलिस को सूचना मिलते ही शाजापुर से रेस्क्यू टीम बुलाई गई। रेस्क्यू ऑपरेशन पुलिस बल द्वारा मोटरबोट के माध्यम से निपानिया डेम में देर शाम तक युवक की खोज करता रहा, लेकिन युवक का पता नहीं चला। इधर नगर में खबर फैलते ही लोगों की भीड़ डैम में जमा हो गई। युवक के डूबने की खबर लगते ही घटना स्थल पर शाजापुर कलेक्टर डॉ. वीरेंद्रसिंह रावत भी मौके पर पहुंचे घटनास्थल का मुआयना किया। इस दौरान एसडीएम यूएस मरावी, तहसीलदार डॉ. मुन्ना अड़, टीआई अवधेश शेषा घटना स्थल पर मौजूद रहे।
चीलर नदी पर उमड़ी भीड़
चीलर नदी उफान पर होने और 24 घंटे बारिश के चलते शनिवार को शहर के बाजार बंद रहे, कुछ जरूरी दुकानें ही खुली। इधर उफान पर आई नदियों को देखने के लिए शहरवासियों चीलर नदी पर भीड़ रही। चार दिनों से महूपुरा स्थित चीलर नदी का रास्ता बंद है। ऐसे में प्रशासन ने दोनों छोर पर पुलिस व्यवस्था कर रखी है, ताकि कोई नदी के चपेट में नहीं आए। इधर दो हिस्सों में शहर के बंटने से लोगों को आवाजाही में लगातार परेशानी उठाना पड़ रही है।
कलेक्टर का निरीक्षण
कलेेक्टर डॉ. वीरेन्द्र सिंह रावत ने शनिवार जिला मुख्यालय पर चीलर नदी के कारण क्षेत्र में हो रहे जल भराव का मौके पर पहुंचकर देखा। साथ ही उन्होंने बाढ़ की स्थिति निर्मित होने पर शासकीय कन्या महाविद्यालय शाजापुर एवं शासकीय माविद्यालय महारानी लक्ष्मीबाई स्कूल भवन में ठहराने के लिए जगह को देखा। उन्होंने अधिकारियों को बाढ़ से निपटने के लिए आवश्यक इंतजाम कराने के निर्देश दिए। साथ ही बाढ़ प्रभावित सपरीपुरा बस्ती के लोगों को शासकीय कन्या महाविद्यालय शाजापुर एवं शासकीय मावि महारानी लक्ष्मीबाई स्कूल भवन में रुकवाने की व्यवस्था करने के लिए कहा। बाढ़ में तत्काल सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने एवं भोजन की व्यवस्था करने के लिए भी कहा।
मण्डोदा में बाढ़ जैसे हालात-अतिवर्षा से जिले के अनेक गांवों में पानी जमा हो गया। बेरछा के गांवों में जलजमा हो गया। वहीं मो. बड़ोदिया के ग्राम मण्डोदा में भी बाढ़ की स्थिति बन गई। ग्रामीणों ने छतों पर रहकर जान बचाई।
कलेक्टर डॉ. वीरेन्द्रसिंह रावत ने मो.बड़ोदिया क्षेत्र के बाढ प्रभावित ग्राम मण्डोदा का भ्रमण कर लोगों की समस्याओं को सुना एवं पटवारी को सर्वे करने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि गत रात्रि में मण्डोदा ग्राम के नाले में अत्यधिक वर्षा का पानी भर जाने से गांव में बाढ़ जैसे हालात हो गए थे और लोगों के घरों में भी पानी भरने लगा था। इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी शाजापुर यूएस मरावी भी मौजूद थे।
उफनाती नदी व नाले नहीं करें पार
जिले की सभी नदियां नाले उफान पर हैं। ऐसे में नदी नाला पार करना जान के लिए खतरा साबित हो रहा है। कलेक्टर डॉ. रावत ने शनिवार को शाजापुर जिले के भ्रमण के दौरान क्षेत्रीय कर्मचारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने लोगों से अपील की है कि जान जोखिम में नहीं डालें। उन्होंने जल भराव के दौरान पुल-पुलिया, रपटे आदि को पार नहीं करने के लिए कहा है।साथ ही एसपी पंकज श्रीवास्तव ने सभी थानों को निर्देश दिए हैं कि बहाव वाले क्षेत्र में लोगों की आवाजाही रोकें।
नपा ने की ठहरने की व्यवस्था
अतिवर्षा के चलते चीलर नदी में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए नगर पालिका ने निचली बस्तियों के लोगों से अपील है कि बस्ती खाली करने की स्थिति में गल्र्स कॉलेज किला, दीनदयाल भवन व मोड़ समाज धर्मशाला में व्यवस्था की गई है। जहां लोगों के ठहरने की व्यवस्था है। शाम को ठहरने के स्थान पर लोगों के लिए बिस्तर भी लगवाए गए।
24 घंटे में हुई 115 एमएम बारिश
जिले में चालू वर्षाकाल में अब तक 1476 एमएम औसत वर्षा दर्ज हुई है, जबकि जिले की औसत वर्षा 990.1 मिली मीटर है। इस प्रकार जिले में औसत वर्षा की तुलना में अब तक 485.9 मिली मीटर वर्षा अधिक हुई है। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष इस अवधि तक 676 .9 एमएम वर्षा दर्ज हुई थी। चालू वर्षाकाल में अब तक सर्वाधिक वर्षा शाजापुर तहसील में 16 33.2 एमएम हुई। इसी तरह मो. बड़ोदिया में 1558 एमएम, शुजालपुर में 1400 एमएम, कालापीपल में 1390 एमएम एवं गुलाना में 1399 एमएम वर्षा दर्ज हुई है। पिछले 24 घंटे में शनिवार सुबह 8 बजे तक शाजापुर तहसील में 109.4 एमएम, मो. बड़ोदिया में 212 एमएम, शुजालपुर में 91 एमएम, कालापीपल में 70 एमएम एवं गुलाना में 95 एमएम इस प्रकार कुल 115.5 एमएम औसत वर्षा हुई है।