शुक्रवार को रावत ने सभी शाखाओं के प्रमुखों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने संपदा शाखा को निर्देशित किया कि फ्रीहोल्ड के सभी प्रकरणों का निराकरण किया जाए। उन्होंने कहा, फ्रीहोल्ड की प्रकिया जल्द प्रारंभ की जाए। प्रमुख रूप से प्राधिकरण कार्यालय में पूर्व में जमा फ्रीहोल्ड के प्रकरणों में संपदा शाखा को आवश्यक कार्रवाई के लिए प्रकरण प्रस्तुत करे। जिन प्रकरणों की भूमि स्वत्व के संबंध में जानकारी ली जाना जरूरी है, केवल वही प्रकरण योजना शाखा व भू-अर्जन शाखा को भेजे जाएं। शेष प्रकरणों में फ्रीहोल्ड तत्काल प्रारंभ किया जाए। उन्होंने यूडीए के हितग्राहियों को फ्रीहोल्ड में आ रही परेशानियों का निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कर्मचारियों को फ्रीहोल्ड प्रकरणों को पूर्व से निर्धारित प्रारूप में प्रकरणों की आवश्यक जानकारी भरकर प्रस्तुत करने और प्रगति से अवगत करने का कहा है।
नई योजना के लिए शुरू होगा अधिग्रहण
बैठक में सीइओ रावत ने कहा, प्राधिकरण की जिन नई प्रस्तावित योजनाओं के अंतिम प्रकाशन की कार्रवाई पूरी हो चुकी है, उनके संबंध में तत्काल अधिग्रहण संबंधि प्रस्ताव प्रस्तुत किए जाए। मुख्य रूप से त्रिवेणी विहार विस्तार योजना और क्षिप्रा विहार विस्तार योजना की भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई जल्द की जाए। उन्होंने क्षिप्रा विहार में विकसित किए जा रहे एकात्म परिसर में भी नए भवनों की योजना बनाकर तत्काल प्रस्तुत कर निर्माण जल्द प्रारंभ करने का कहा। इसके अलावा संपदा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि वे सभी कॉलोनियों में टीम बनाकर कॉलोनियों में आवंटित संपत्तियों को दिए गए उपयोग से भिन्न उपयोग करने पर एस हितग्राहियों की सूची बनवाएं।
नहीं जमा करनी पड़ेगी लीज
जो संपत्ति फ्रीहोल्ड नहीं होती है, उसके लिए निर्धारित समय पर संपत्ति स्वामी को लीज राशि जमा करना होती है। संपत्ति फ्रीहोल्ड होने के बाद संपत्ति स्वामी को बार-बार लीज की राशि जमा करने की झंझट से मुक्ति मिल जाएगी। लंबे समय से यूडीए में फ्रीहोल्ड को लेकर कवायद चल रही थी।