२४५.०८ करोड़ के इस गेज परिवर्तन के लिए साल २०१९ की डेडलाइन है। शनिवार को रेलवे अधिकारियों ने प्रोजेक्ट डीपीआर व रूट पर बनने वाले स्टेशनांे को लेकर चर्चा की। सांसद ने चिंतामण जवासिया रेलवे स्टेशन को भी नए लुक मंे संवारने के निर्देश दिए। रेल सुविधाओं व स्टॉपेज बढ़ाने संबंधी चर्चा की। इस दौरान रेलवे सलाहकार समिति के महेंद्र गादिया, विजय अग्रवाल, राकेश तिवारी, मिलिंद त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।
मेमू ट्रेन मे टॉयलेट का प्रस्ताव दे दिया
उज्जैन से दाहोद के बीच संचालित मेमू ट्रेन मे टॉयलेट सुविधा पर डीएआरएम ने कहा हमने रेलवे जीएम को प्रस्ताव भेज दिया है। सांसद मालवीय ने बामनिया स्टेशन पर इस कमी के कारण पिछले दिनों हुई घटना का उल्लेख कर कहा इसे प्राथमिकता से कराएं। डीआरएम ने बताया मेमू ट्रेन में नए शौचालय युक्त कोच मांगे है, स्वीकृत होने पर नए कोच लगाकर मेमू का संचालन होगा। बता दें, पटेल नगर उज्जैन निवासी मेडिकल संचालक की रेल से कटकर मृत्यु हो गई थी।
१६ किमी दूरी कम, १८ गांवांे को लाभ
उज्जैन से फतेहाबाद ? रेलवे रूट के गेज परितर्वन कई दशक से लंबित है। उज्जैन से फतेहाबाद होकर इंदौर का रास्ता ६३ किलोमीटर है, जो अभी देवास होकर ७९ है। इसी के साथ उक्त मार्ग के करीब १८ गांव रेल सेवा से जुड जाएंगे। सबसे ज्यादा लाभ ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को होगा। जो किसान व दुग्ध व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। उज्जैन, इंदौर देवास के बीच रेलमार्ग का सर्किल भी बन जाएगा।
इन सुविधा व प्रोजेक्ट पर मंथन