प्रदेश में दूसरे नंबर पर उज्जैन
स्मार्ट सिटी योजना में कार्य की गति के कारण उज्जैन देश में ११वें नबर पर पहुंचा है वहीं प्रदेश में दूसरे नंबर पर है। जारी नई सूची में मप्र में उज्जैन से आगे भोपाल ही है। भोपाल ने 5वीं रैंक पाकर टॉप 10में जगह बनाई है। इसके अलावा प्रदेश की स्मार्ट सिटी इंदौर 13, सागर 21, जबलपुर 33, ग्वालियर 36 व सतना 40वें नबर पर है।
फिर भी जनता को लाभ नहीं
प्रोजेक्ट्स की तेज गति के कारण भले ही देश की स्मार्ट सिटीज में उज्जैन की रैंक सुधरी हो लेकिन जमीनी हकीकत यह भी है कि अभी शहरवासियों को स्मार्ट सिटी योजना का कोई सीधा बड़ा लाभ नहीं मिला है। वॉटर एटीएम, शी-लाउंज, हैल्थ एटीएम जैसे कुछ छोटे प्रोजेक्ट्स जरूर शुरू हुए हैं जिनका लाभ गिनती के लोग ही ले पाते हैं। ऑनलाइन जलकर, संपत्तिकर जमा करने की सुविधा हाल में शुरू हुई है। कमांड कंट्रोल रूम प्रारंभिक तौर पर शुरू हुआ है लेकिन जनता को सीधा लाभ नहीं है। आधुनिक स्वीमिंगपूल का निर्माण प्रचलित है। महाकाल क्षेत्र का विकास, ऑडिटोरियम जैसे प्रोजेक्ट्स की चाल कागज में तेज है, लेकिन टेंडर होने व धरातल पर प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद ही इनका वास्तविक लाभ मिलेगा। यह बड़े प्रोजेक्ट हैं, इसलिए पूरा होने में दो-तीन साल और लग सकते हैं। इनके अलावा मल्टी मॉडल ट्रांजिट स्टेशन, रीगल टॉकिज व छत्रीचौक पुनर्विकास जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स का भविष्य रिक्त भूमि की कमी के चलते अभी ठीक से तय ही नहीं हो पाया है।
इसलिए उज्जैन पहुंचा 11वें नंबर पर
तीन महीने में एेसे बढ़ी रैंक
केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय द्वारा स्मार्ट सिटीज की रैंकिंग जारी की गई है। इस बार उज्जैन ने ११वीं रैंक पाई है। कुछ प्रोजेक्ट्स शुरू नहीं हो पाए हैं, उन्हें भी जल्द शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है।
अवधेश शर्मा, सीईओ स्मार्ट सिटी कंपनी उज्जैन