इंदौर-भोपाल के बाद उज्जैन ने शिवराज सरकार की टेंशन बढ़ा दी है।
कोरोना वायरस उज्जैन में भी तेजी से पांव पसार रहा है। उज्जैन के साथ दिक्कत यह है कि सैंपल टेस्टिंग की व्यवस्था शहर में नहीं है। ऐसे में रिपोर्ट आने में वक्त लग जाता है। उज्जैन से सैंपल कलेक्ट कर इंदौर या भोपाल भेजा जाता है। इन दोनों जिलों में पहले से हजारों सैंपल पेंडिंग हैं, जिनकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है।
15 की मौत प्रदेश में अब तक कोरोना वायरस महामारी से 99 लोग अपनी जान गवां चुके हैं। कोरोना वायरस की महामारी से प्रदेश में हुई 99 मौतों में से सबसे अधिक 57 मौतें अकेले इंदौर में हुई है, जबकि उज्जैन में 15, भोपाल में नौ, देवास में छह, खरगोन में छह और छिंदवाड़ा, जबलपुर. आगर मालवा, धार, होशंगाबाद और मंदसौर में एक-एक मरीज की मौत हुई है।
पूरे प्रदेश में 1945 केस मध्यप्रदेश में तेजी से मामले बढ़े हैं। पूरे में प्रदेश में मरीजों की संख्या 1945 पहुंच गई है। भोपाल में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 388 हो गई है. जबकि उज्जैन में 103, खरगोन में 60, देवास में 22, जबलपुर में 43 और धार तथा खंडवा में 36-36 हो गयी है। इनके अलावा कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित इंदौर में मरीजों की संख्या बढ़कर 1085 हो गई है।