आजाद हिन्द फौज के संस्थापक नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 125वीं जयंती से पहले भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने हर साल 23 जनवरी को नेताजी की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। नेताजी की 125 वीं जयंती को केंद्र सरकार बड़े पैमाने पर मनाने की तैयारी कर रही है। इसे लेकर एक उच्च स्तरीय समिति का गठन हुआ है, जिसका नेतृत्व खुद प्रधानमंत्री मोदी कर रहे हैं। गौरतलब है कि 125वीं जयंती को महोत्सव के रूप में मनाने के लिए कोलकाता के ऐतिहासिक विक्टोरिया मेमोरियल हाल में बड़ा आयोजन किया जाएगा।
ऐसे है यह कमेटी
इस कमेटी के गठन की अधिसूचना संस्कृति मंत्रालय ने जारी कर दी है। इसमें लेखक, इतिहासकार समेत आजाद हिन्द फोज से जुड़े पदाधिकारी शामिल होंगे। इसके अलावा इनमें नेताजी सुभाषचंद्र बोस आइएएन ट्रस्ट के अध्यक्ष बिग्रेडियर आरएस चिकारा, इतिहासकार और लेखिका पूरबी राय, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली, एआर रहमान, अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती और अभिनेत्री काजोल भी इस कमेटी में शामिल है।
एक नजर
सुभाषचंद्र बोस के परिवार के सदस्यों में से उनकी बेटी अनिता बोस, भतीजा अर्धेंदु बोस, प्रपौत्र चंदकुमार बोस को भी शामिल किया गया है। बोस से जुड़े कार्यक्रमों का आयोजन कोलकाता, दिल्ली समेत नेताजी और आजाद हिन्द फौज से जुड़े देश और विदेशों के स्थलों पर भी होगा। इससे पहले आजाद हिन्द फौज का 75वां स्थापना दिवस भी बड़े पैमाने पर मनाया जा चुका है। जिसमें खुद प्रधानमंत्री शामिल हो चुके हैं। सुभाषचंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 में ओडिशा के कटक शहर में हिन्दू कायस्थ परिवार में हुआ था।