हर राउंड पर बजे ढोल, गूंजे नारे
हर राउंड पर कभी ढोल बजने लगते थे तो कभी लाउड स्पीकर की घोषणा के साथ नारों का शोर सुनाई दे रहा था। इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर भीड़ से खचाखच भरा रहा। अलग-अलग राउंड के साथ प्रत्याशियों के रुझान सुनने की लोगों में उत्सुकता रही। सोशल मीडिया पर भी कमेंट्स और आंकड़ों का दौर खूब चला।
पहले से कर रखी थी जश्न की तैयारी
कुछ प्रमुख पार्टी के प्रत्याशियों ने अपनी जीत का पहले से ही जश्न मनाना शुरू कर दिया था, वहीं कुछेक ने तो आभार प्रदर्शन के पोस्टर लगे वाहन भी तैयार कर लिए थे, लेकिन रुझान आने के बाद वे आभार वाले वाहनों को गलियों में छुपाकर घर चले गए। प्रत्याशियों के चेहरों पर कभी निराशा के भाव थे, कभी झूठी हंसी नजर आ रही थी। मतगणना केंद्र के बाहर पुलिस की चाकचौबंद व्यवस्था रही।
जिले की सातों विधानसभा सीटों की तस्वीर
1- उज्जैन उत्तर – उज्जैन उत्तर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी पारस चंद्र जैन 25313 वोट से जीते। निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के राजेंद्र भारती हारे। शिवराज सरकार में मंत्री पारस जैन ने यहां अपना दबदबा कायम रखा। उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक राजेंद्र भारती को मात दी। पिछली बार भी वे इसी स्थिति में जीते थे।
2- उज्जैन दक्षिण विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी डॉ. मोहन यादव 18632 वोट से जीते। निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस से राजेंद्र वशिष्ठ हारे। यादव पहले तीन राउंड की गणना तक 402 मतों से पीछे रहे। दोपहर 12.10 बजे बाद चौथे राउंड से उन्होंने बढ़त बनाना शुरू की। फिर तो वे लगातार निर्णायक अंतर की ओर बढ़े। आखिरी के 19 राउंड तक तो वे बड़ी जीत तक पहुंच गए। दक्षिण में इतनी मजबूत जीत का आकलन खुद भाजपा को भी नहीं था। क्योंकि कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र वशिष्ठ से यादव की कड़ी टक्कर मानी जा रही थी। लेकिन जीत के बड़े अंतर ने इस गुणा-भाग को गलत साबित किया।
3- घट्टिया विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी रामलाल मालवीय 4628 वोट से जीते। निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के अजीत बोरासी हारे।
4- बडऩगर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी मुरली मोरवाल 5381 वोट से जीते। निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के संजय शर्मा हारे। बडऩगर को लेकर हर किसी की जुबान पर था कि यहां से कांग्रेस की जीत तय है। एेसा हुआ भी। भाजपा में टिकट को लेकर बवाल हुआ था। नामांकन दाखिल होने के एक दिन पहले ही पार्टी ने उम्मीदवार बदलकर संजय शर्मा को टिकट दिया। इसे लेकर भाजपा के उज्जैन कार्यालय में प्रदर्शन के साथ तोडफ़ोड़ भी हुई थी। जितेंद्र पण्ड्या ने बगावत कर नामांकन जमा कर दिया। मानमनुहार के लिए कैलाश विजयवर्गीय को आना पड़ा था। राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की सभा भी हुई।
5- नागदा-खाचरौद विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी दिलीप गुर्जर 5898 वोट से जीते। निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के दिलीप शेखावत हारे। दिनभर चली मतगणना के बाद कांग्रेस के उम्मीदवार दिलीपसिंह गुर्जर ने भाजपा के उम्मीदवार एवं विधायक दिलीप शेखावत को 3 हजार 07 मतों से हराया। कांग्रेस को कुल 61 हजार 277 मत मिले, जबकि भाजपा 57 हजार 270 मत ही प्राप्त कर सकी। इस प्रकार कांग्रेस के दिलीप गुर्जर ने भाजपा के दिलीप शेखावत को दूसरी बार चुनावी शिकस्त दी है।
6- तराना विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार 2206 वोट से जीते। निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के अनिल फिरोजिया हारे।
7. महिदपुर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी बहादुरसिंह चौहान 15220 वोट से जीते। निकटतम प्रतिद्वंदी निर्दलीय दिनेशचंद्र जैन बोस हारे। महिदपुर सीट पर शुरुआत से ही भाजपा प्रत्याशी बहादुरसिंह चौहान आगे रहे। त्रिकोणीय मुकाबले की इस सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी कांग्रेस के बागी दिनेश जैन बोस ने कांगे्रस को हाशिए पर डाल दिया। यहां कांग्रेस प्रत्याशी सरदारसिंह चौहान की जमानत जब्त हुई। वहीं चौहान दूसरी बार महिदपुर के ‘बहादुरÓ बने। टिकट मिलने में देरी और फिर चलते चुनाव में कई बार विवादों में रहे चौहान की जीत को लेकर पार्टी भी आशंकित थी, लेकिन जीत ने सारी धारणाओं को समाप्त कर दिया। पिछले चुनाव में भी यहीं से कांग्रेस प्रत्याशी कल्पना परूलेकर की जमानत जब्त हुई थी। तब भी बोस निर्दलीय होकर दूसरे नंबर पर रहे थे।