क्या है मामला
महाकाल थाने के एसआई प्रमोद पाटिल ने बताया कि रामघाट स्थित सिद्धआश्रम के सामने ऑटो (एमपी 09 टीए 4035) में पहुंची महिला चालक की मदद से एक युवक का शव उतार रही थी। सूचना पर घाट पर मौजूद पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे तो महिला कुछ कहने को तैयार नहीं हुई।
संदिग्ध है पूरा मामला
जब महिला शव उतार रही थी, तभी नाव चलाने वाले सुनील गुप्ता ने उसको पहचान लिया। मामला संदिग्ध होने पर शव जिला अस्पताल लाया गया, जहां ऑटो चालक शहजाद पिता तफज्जुल हुसैन निवासी जिंसी चौराहा इंदौर ने बताया कि महिला दोपहर 2 बजे एक दूसरे ऑटो से युवक का शव लेकर पहुंची और उज्जैन चलने को कहा। वह उज्जैन आया तो उसे रामघाट पर रोकने को कहा गया।
जांच में पता चला
एफएसएल अधिकारी अरविंद नायक अस्पताल पहुंचे और जांच के दौरान पाया कि शव 24 घंटे पहले का है। उसके नाखूनों का रंग बदला हुआ है। संभवत: जहरीले पदार्थ से उसकी मौत हुई है। पूछताछ में महिला ने मृतक का नाम अमित पिता सुधीर त्रिपाठी निवासी जिंसी हाट मल्हारगंज इंदौर और खुद का नाम रीता त्रिपाठी बताया।
दूसरे पति के साथ रहती है रीता
रीता त्रिपाठी ने बताया कि उसके पहले पति की मौत हो चुकी है। वह रिंकू के साथ रहती है, जो कोर्ट में काम करता है। उसने रोते हुए कहा कि रिंकू ने उसके पुत्र को मारा है। वह इंदौर में नहीं रहना चाहती। उज्जैन में बाबा महाकाल हंै, इसलिए यहां आई है। उसका यह भी कहना था कि रिंकू उसे बेटे से मिलने नहीं देता था। 2 दिनों से बेटे ने कमरे का दरवाजा नहीं खोला था। वह किराए के मकान में रहती है, आसपास के लोगों ने उसे बेटे की सूचना दी। वह कमरे पर पहुंची तो अमित मूर्छित पड़ा था।
पति के साथ आती रही है उज्जैन
नाव चलाने वाले सुनील गुप्ता का कहना था कि महिला अमावस्या और पूर्णिमा पर पति के साथ उज्जैन आती रहती थी। कई बार उसने नाव से शिप्रा का भ्रमण किया है। जाते वक्त नाविकों को चाय-नाश्ता कराकर जाते थे।
पति के आने पर स्पष्ट होगा मामला
एसआई प्रमोद पाटिल का कहना था कि महिला के पति और परिजनों को सूचना दी गई है। उनके आने पर मामला स्पष्ट हो पाएगा। फिलहाल जीरों पर मामला दर्ज किया जा रहा है। परिजनों के आने पर पोस्टमार्टम कराया जाएगा। जांच संबंधित थाना पुलिस को सौंपी जाएगी।