शिवरात्रि पर करीब 10 लाख लोगों के उज्जैन पहुंचने का अनुमान है। मंदिर प्रशासन का दावा है कि भक्तों को 30 मिनट में महाकाल के दर्शन कराए जाएंगे। इसके लिए 12 कतारों में दर्शनार्थी लाइन में लगेंगे। इस दिन शिव ज्योति अर्पणम् कार्यक्रम होगा। 21 लाख दीप शिप्रा नदी के घाटों पर और 5 लाख दीप शहर के मंदिरों और घर-घर प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। इसकी गिनीज बुक ऑर्फ वल्र्ड रेकॉर्ड में दावेदारी की जाएगी। गत वर्ष यहां साढ़े 11 लाख दीप लगाए गए थे। इसके पहले अयोध्या में 15.76 लाख दीप प्रज्ज्वलित कर गिनीज बुक में रेकॉर्ड दर्ज किया गया था।
100 बसें लगेंगी, नगरभोज भी होगा
महाशिवरात्रि पर उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं के निजी वाहनों को 7-8 किमी दूर अस्थाई पार्किंग में खड़ा किया जाएगा। यहां से करीब 100 बसों से श्रद्धालुओं को मंदिर तक लाया ले जाया जाएगा। बाबा महाकाल को उज्जैन का राजा माना जाता है। इस कारण राजाधिराज के विवाह पर नगरभोज होगा।
शीघ्र दर्शन नहीं
पर्व पर महाकाल मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 250 रुपए टिकट वाली शीघ्र दर्शन व्यवस्था बंद रहेगी। महाकाल लोक के बाहर से श्रद्धालुओं को दर्शन की कतार में प्रवेश देकर मंदिर तक पहुंचाया जाएगा। एक से डेढ़ किलोमीटर लंबी बैरिकेडिंग की जा रही है।
रील बनाने पर रोक
पुलिस ने एडवायजरी जारी की है। नियमों का पालन करना अनिवार्य किया गया है। वीडियो रील बनाने और फोटो लेने पर पर पाबंदी लगाई गई है।
बाबा महाकाल का आकर्षक श्रृंगार
शिवनवरात्रि में मंगलवार को बाबा महाकाल का होलकर मुखौटे (मुघौटे) का श्रृंगार किया गया। नौ दिन बाबा का अलग-अलग स्वरूप में शृंगार किया जाता है। मान्यता है कि शिव-शंकर शनिश्चरी को आने वाली प्रदोष पर व्रत रखते हैं। इस बार शिवरात्रि शनिवार-प्रदोष पर आ रही है। इस कारण महाशिवरात्रि पर बाबा महाकाल भी उपवास रखेंगे।
मंदिर समिति के दावे
– 03 किमी का रास्ता तय कर श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर पाएंगे। इसके लिए शामियाना लगाने के साथ मैट बिछाई गई है।
– 10 लाख लोगों के आने का अनुमान है, जो अब तक की सर्वाधिक दर्शनार्थियों की संख्या मानी जा रही है।
– 23 हजार वॉलिंटियर्स संभालेंगे 21 लाख दीपों को प्रज्ज्वलित करने की व्यवस्था।