जब इन लोगों ने नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं दिया तो सभी को पार्टी में पदों से कार्यमुक्त कर दिया गया। इन कार्यकर्ताओं में भाजयुमो के उज्जैन जिला अध्यक्ष और उज्जैन ग्रामीण के जिला अध्यक्ष भी शामिल हैं।
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भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या के महाकाल दर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं के उत्पात के बाद बड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई। शुक्रवार देर रात शहर, ग्रामीण भाजयुमो अध्यक्ष सहित 18 कार्यकर्ताओं को पद के दायित्व से मुक्त कर दिया गया।
प्रदेशाध्यक्ष वैभव पवार की अनुशंसा पर शहर अध्यक्ष अमय शर्मा, ग्रामीण अध्यक्ष नरेंद्रसिंह जलवा, मंडल अध्यक्ष नागदा भवानीसिंह देवड़ा, पूर्व सरपंच गोवर्धनसिंह पंड्या, कार्यकारिणी सदस्य देवेंद्र बाघेला, सौरभ गौसर, लकी गुर्जर, कार्यकर्ता ऋषि बाली, राहुल बैस, कमल सालानी, शिंपी शर्मा, प्रिंस लोधवाल, सौरभ यादव, विनोद मालवीय ऋषभ मालवीय, तनय अग्रवाल, अमर यादव, शुभम डब्बेवाला को पदमुक्त किया है।
प्रदेश सहकार्यालय मंत्री उमाशंकर राजपूत द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के उज्जैन प्रवास के दौरान महाकाल में किया गया व्यवहार अनुचित था, जो आपके द्वारा नहीं किया जाना चाहिए था। इस कार्य से मंदिर की गरिमा को ठेस पहुंची है एवं पार्टी की प्रतिष्ठा को भी नुकसान हुआ है।
संगठन की कार्रवाई पर नागर अध्यक्ष अमय शर्मा का कहना है कि वह घटना के समय नहीं थे। यह घटना महाकाल मंदिर कर्मचारी की गलती से हुई है। मैंने इस संबंध में संगठन के सामने बात भी रखी है। बता दें कि मोर्चा ने इस घटना के बाद गुरुवार को ही कार्यकर्ताओं को नोटिस जारी किया था।