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त्योहारी सीजन में भी नहीं मिल रही इस शहर में सब्जी, जानें क्यों

locationउज्जैनPublished: Oct 23, 2019 12:34:57 am

Submitted by:

Ashish Sikarwar

थोक सब्जी नीलामी स्थल पर बालोद्यान बनाने को लेकर खोदे जा रहे गड्ढों तथा सब्जी विक्रेताओं के बांस-बल्ली को उखाड़ फेंकने के विरोध में मंगलवार को सब्जी मंडी बंद रही।

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थोक सब्जी नीलामी स्थल पर बालोद्यान बनाने को लेकर खोदे जा रहे गड्ढों तथा सब्जी विक्रेताओं के बांस-बल्ली को उखाड़ फेंकने के विरोध में मंगलवार को सब्जी मंडी बंद रही।

महिदपुर. थोक सब्जी नीलामी स्थल पर बालोद्यान बनाने को लेकर खोदे जा रहे गड्ढों तथा सब्जी विक्रेताओं के बांस-बल्ली को उखाड़ फेंकने के विरोध में मंगलवार को सब्जी मंडी बंद रही। इस कारण न तो नीलामी हुई न ही सब्जी बेची गई। इससे लोग दिनभर परेशान होते रहे।
विगत दिनों थोक सब्जी विक्रेताओं ने नपाध्यक्ष एवं सीएमओ से मुलाकात की थी, लेकिन उनके द्वारा विक्रेताओं से अभद्रता करने, समस्या नहीं सुनते हुए सब्जी नीलामी स्थल बंद किये जाने से सब्जी विक्रेताओं के सामने रोजी-रोटी का संकट उतपन्न हो गया। सोमवार को सब्जी मंडी उत्पदक तथा थोक विक्रेताओं ने ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के नाम से दिया था। ज्ञापन देते समय कालूराम भटेरिया, सुभाषचंद्र पाटनी, लक्ष्मीनारायण वर्मा, शहजाद बागवान, योगेश माली, राकेश मेकाले, रशीद, पूनमचंद भीमाखेड़ा, मोहन खर्या आदि उपस्थित थे। वाचन सब्जी विक्रेता संघ अध्यक्ष मोहन खर्या नें करते हुए मंगलवार से सब्जी उत्पादकों व सब्जी विक्रेताओं की अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जानें की घोषणा की थी।
इसी कारण मंगलवार को हड़ताल रही। हड़ताल के चलते नगर की सब्जी मंडी सुनसान रही। गांधी मार्ग स्थित वर्षों पुरानी मंडी के साथ नगर के अन्य स्थानों रेस्ट हाउस के पास, महिदपुर रोड नाका, पुराना बस स्टैंड, भीमाखेड़ा आदि के साथ ही हाथ ठेला गाड़ी वालों के द्वारा भी नगर में फैरी लगाकर सब्जियां बेची जाती हैं तथा इससे इन लोगों का परिवार चलता है किंतु हड़ताल के चलते मंगलवार को नगर में सब्जियां नहीं बिकी। विक्रेताओं के साथ ही नगरवासी तथा आसपास के ग्रामीणों के साथ ही आलोट, महिदपुर रोड, जावरा भेजे जाने वाली सब्जियां भी हड़ताल के चलते नहीं मिल सकी।
मोहन खर्या ने बताया इंदौर, उज्जैन, आदि जगहों से छोटे भारवाहक वाहनों के माध्यम से सब्जियां आती हैं किंतु हड़ताल के कारण से वह भी नहीं आईं। 2 से 3 लाख की थोक सब्जियों की बिक्री भी नहीं हो सकी। 2 से 3 लाख की थोक सब्जियों की बिक्री भी नहीं हो सकी।

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