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भोजन के बाद पंडाल से गायब हो गए कर्मचारी, शो हुआ फ्लॉप

locationउज्जैनPublished: Jan 14, 2018 08:23:43 pm

Submitted by:

Lalit Saxena

राज्यस्तरीय युवा उत्सव के कार्यक्रमों में नहीं जुटे दर्शक, निर्देश के बाद भी विवि कर्मचारी नहीं पहुंचे समापन समारोह में, प्रतिभागी भी नहीं जुटे पंडालो

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उज्जैन. विक्रम विश्वविद्यालय में आयोजित राज्यस्तरीय युवा उत्सव का समापन समारोह भी फ्लॉप शो साबित हो गया। विवि प्रशासन पिछले कई सालों से सांस्कृतिक और खेल प्रतियोगिता की मेजबानी से दूरी बना रखी है। प्रदेश में राज्यस्तरीय युवा उत्सव की मेजबानी सभी विश्वविद्यालय को चक्रानुक्रम में मिलती है। विक्रम विवि में उत्सव आयोजित हुआ, लेकिन पूरा उत्सव दर्शकों की कमी से जूझता रहा। विवि के शुभारंभ समारोह में भी कुर्सी खाली पड़ी रही। इसके बाद विवि प्रशासन ने उत्सव के चलते शनिवार का अवकाश खत्म कर कर्मचारियों को कार्यक्रम में भागीदारी सुनिश्चित करने का फरमान निकाल दिया। इसके बावजूद कर्मचारी दोपहर का भोजन कार्यक्रम में तो जुटे, लेकिन समापन समारोह में नहीं पहुंचे। इसके बाद एक बार फिर विवि अधिकारियों को खाली पंडाल के चलते निराश हाथ लगी।


प्रतिभागी और कर्मचारियों ने भरा पंडाल
विवि में आयोजित उत्सव में प्रतिभागियों के अलावा सिर्फ कर्मचारी ही कुर्सी भरते हुए नजर आए। तीन दिन में २२ इवेंट आयोजित हुए। इन इवेंटों में २० से २५ लोग जुटते थे। इसके पीछे मुख्य कारण शहर में लोगों को आंमत्रण पत्र नहीं मिलना था। विवि प्रशासन ने शुभारंभ के एक दिन पूर्व आंमत्रण पत्र तैयार किए। अब एक तीन में यह कार्ड विवि के शिक्षक और कर्मचारियों तक पहुंचे। स्थिति यह रही कि शहर के प्रमुख कॉलेजों के प्राचार्यों तक को कार्ड नहीं पहुंचा।


विवि को नहीं मिल रहे अतिथि
विवि के कार्यक्रमों की अव्यवस्थाओं के चलते अब अतिथियों ने भी आना बंद कर दिया है। शुभारंभ समारोह में मुख्य अतिथि थावरचंद गेहलोत केंद्रीय मंत्री थी। जो नहीं पहुंचे। इसी के साथ क्षेत्रिय विधायक मोहन यादव भी नहीं पहुंचे। समापन समारोह में संजय पाठक उच्च शिक्षा मंत्री अतिथि थे। जो नहीं पहुंचे। इससे पूर्व दीक्षांत समारोह में भी मुख्य अतिथि महेंद्र नाथ पाण्डे ऐनवक्त पर आने से मना कर दिया। अन्य प्रस्तावित अतिथि भी विवि के लिए समय नहीं निकाल सकें। वहीं जिला और विवि स्तर के कार्यकमों की बात करें । तो प्रशासकिन अधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के अलावा कोई भी अतिथि विवि के कार्यक्रमों में सहभागिता नहीं कर रहा है।


प्रशासनिक कार्यक्रम में प्रोटोकॉल नहीं
विवि में आयोजित कार्यक्रम में प्रशासनिक प्रोटोकॉल का पालन भी नहीं किया गया। मंच पर कौन-कौन अतिथि होगा। कार्यक्रम का स्वरूप क्या होगा। कुछ भी तय नहीं। स्थिति यह थी कि कार्यक्रम शुरू होने के बाद पहुंचने वाले कुछ लोगों को अतिथि बनाकर बैठाया जा रहा था। इसी के साथ कुछ अधिकारियों के परिजन दर्शक दीर्घा में बैठे हुए थे। इन लोगों का स्वागत आयोजन समिति के प्रमुख लोग कर रहे थे। विक्रम विवि के कुलानुशासक ने कार्यक्रम की प्रेस विज्ञप्ति जारी की। इसमें कुछ अधिकारियों की पत्नी को प्राथमिकता दी, लेकिन उच्च शिक्षा विभाग की अतिरिक्त संचालक उषा श्रीवास्तव का नाम तक नहीं रहा।

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