घर से 20 हजार लेकर निकली
घर से 20 हजार रुपए लेकर निकली जूनियर झूलन (परिवर्तित नाम) ने पत्रिका को बताया कि मुझे टीम इंडिया से खेलना है। इसलिए बेंगलूरु की पेस एकेडमी जाना चाहती हूं। मेरे पिता की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है, इसलिए मुझे सीएम (मामा) शिवराज की याद आई। मैं तो यही सोचकर भोपाल आई थी कि उनसे मिलते ही मेरा काम हो जाएगा। यहां तो उनसे मुलाकात तक नहीं हो पाई। खैर अब मैं उज्जैन में ही कोचिंग लेकर आगे बढऩे की कोशिश करूंगी। दरअसल जूनियर झूलन को सीएम हाउस के सिक्योरिटी गार्ड ने खेल विभाग भेज दिया। वहां से वह जिला खेल अधिकारी जोंस चाको के पास पहुंच गई। चाको ने उसको समझाया और परिजन को भोपाल बुलवा लिया।
घर से झूठ बोलकर निकली थी
जूनियर झूलन बुधवार सुबह 10 बजे घर से दूसरे गांव जाने का कहकर उज्जैन पहुंची। वहां से ट्रेन पकड़कर शाम 5 बजे भोपाल पहुंची। रात एक होटल में रात गुजारी। शाम को ही मोबाहल और सिम खरीदा फिर गुरुवार सुबह सीएम हाउस पहुंची। वहां सिक्योरिटी गार्ड ने बताया सीएम बहुत व्यस्त हैं, मिल नहीं पाएंगे। इस बीच जब वह बुधवार रात को घर नहीं पहुंची तो उसके पिता ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवा दी।
उज्जैन बना चैम्पियन
उज्जैन पत्रिका. खेल एवं युवक कल्याण विभाग के तत्वावधान में संभाग स्तरीय मुख्यमंत्री कप स्पर्धा का गुरुवार को समापन हुआ। गुरुवार को बालक वर्ग में प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थीं। वहीं बुधवार को बालिका वर्ग में प्रतियोगिता हुई थी। मुख्यमंत्री कप के तहत कुश्ती की स्पर्धाएं जहां क्षीरसागर एरिना में हुई, वहीं फुटबॉल, वालीबॉल, एथलेटिक्स, कराते व कबड्डी की स्पर्धा महानंदानगर एरिना में हुई। गुरुवार को आयोजित हुई स्पर्धा में कबड्डी व फुटबॉल में उज्जैन की टीम चैम्पियन रही। प्रतियोगिता संयोजक मोहन बंबोरिया ने बताया कि दो दिवसीय स्पर्धा में छह जिलों की टीमों ने भाग लिया था। समापन व पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में तराना विधायक अनिल फिरोजिया अतिथि के रूप में उपस्थित थे।