उज्जैन

video : पंचकोशी यात्रा : आस्था की आंच से बदला मौसम ने रंग, नरम पड़े सूरज के तेवर

आस्था की आंच से मौसम ने अपना रंग बदल लिया। मंगलवार को भीषण गर्मी नहीं, बल्कि बादल और कहीं-कहीं बूंदाबांदी हुई।

उज्जैनApr 11, 2018 / 12:44 pm

Lalit Saxena

ujjain news,mahakal darshan,

उज्जैन. आस्था की आंच से मौसम ने अपना रंग बदल लिया। मंगलवार को भीषण गर्मी नहीं, बल्कि बादल और कहीं-कहीं बूंदाबांदी हुई। आस्थावान श्रद्धालु मंगलवार को यात्रा के दूसरे पड़ाव पर पहुंच गए। करोहन पड़ाव पर यात्रियों के पहुंचने के दौरान मौसम ने रंग बदला और हल्की बूंदाबांदी होने लगी। जिससे बचने के लिए यात्रियों में भगदड़ मच गई। इस दौरान ग्रामीणों ने उन्हें घरों में ठहराया।

15 हजार से अधिक श्रद्धालु
पंचक्रोशी यात्रियों का पहला जत्था सोमवार को ही रवाना हो गया था, जो कि पिंगलेश्वर होते हुए करोहन स्थित दूसरे पड़ाव तक पहुंच गया है। मंगलवार शाम को करोहन पड़ाव पर १५ हजार से अधिक पंचक्रोशी यात्री मौजूद थे। इस दौरान बादल और हल्की बूंदाबांदी होने लगी। जिससे बचने के लिए ग्रामीणों ने यात्रियों को अपने घरों में ठहराया। अफरा-तफरी के बीच अधिकांश ग्रामीणों ने यात्रियों को भोजन आदि की व्यवस्था की गई।

दिव्यांगों के लिए व्हील चेयर का इंतजाम
शासन ने इस बार दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए व्हील चेयर आदि का इंतजाम किया है। इसके अलावा प्रत्येक पड़ाव पर चिकित्सकीय सुविधा का इंतजाम भी किया गया है। 65 वर्षीय नागदा के गुराडिय़ा निवासी बालाराम ने कहा कि वे दूसरी बार पंचक्रोशी यात्रा में शामिल हो रहे हैं। वे एक पैर से नि:शक्त हैं। जिस कारण उन्हें अपने घर से एक लाठी लानी पड़ती थी, लेकिन जब उन्हें पता चला कि प्रशासन द्वारा व्हील चेयर और बैसाखी की व्यवस्था की गई है तो उन्होंने लाठी को एक कौने में रखा और व्हील चेयर के माध्यम से करोहन में कायावरोहणेश्वर महादेव के मन्दिर तक गए और भगवान के दर्शन किए।

यात्री पिंगलेश्वर होते हुए करोहन पहुंचे
मंगलवार को पंचक्रोशी यात्रियों का दूसरा जत्था रवाना हुआ। जो शाम को पिंगलेश्वर स्थित पहले पड़ाव पर पहुंचे। पिंगलेश्वर पर करीब १० हजार से अधिक यात्री ठहरे हुए है। जो बुधवार तड़के करोहन के लिए रवाना होंगे।

प्रमुख पड़ावों पर फव्वारे
प्रमुख पड़ावों पर यात्रियों के स्नान के लिए फव्वारे लगा दिए गए हैं, वहीं सफाई की जा रही है। इस दौरान कलेक्टर ने ग्रामीणों से भी भागीदारी कर यात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं का सहयोग करने का कहा।

गृहस्थी की गठरी उठाए लगातार चल रहे हजारों ग्रामीण
गृहस्थी की गठरी सिर पर उठाए हजारों की संख्या में ग्रामीण क्षेत्रों के श्रद्धालु लगातार चल रहे हैं। इनके पैरों में सूजन और छाले भी हो गए हैं, लेकिन उनकी परवाह किए बगैर वे अपनी यात्रा पर अडिग हैं। तीन दिन पहले उज्जैन के पटनी बाजार स्थित श्रीनागचंदे्रश्वर के दर्शन करके बल लेकर यात्रा आरंभ की थी।

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.