इवीएम से डिलीट किया डाटा फिर बटन दबाकर डाल दिए वोट
उज्जैनPublished: Feb 08, 2019 01:30:46 am
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राव ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों की एफएलसी प्रक्रिया सहित निर्वाचन कार्यालय का किया निरीक्षण
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उज्जैन. इंजीनियरिंग कॉलेज में रखी ईवीएम (इलेक्ट्रिक वोटिंग मशीन) में रखे डाटा को इन दिनों हटाने का काम किया जा रहा है। गुरुवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि के साथ यह प्रक्रिया देखी। इसमें में से डाटा कैसे डिलीट हो रहे हैं और किस तरह प्रक्रिया अपनाई जा रही है। वहीं डाटा डिलीट हुए इवीएम में दोबारा से वोट डालकर भी देखे कि कितने वोट गिरे।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव गुरुवार को शहर पहंचे। उन्होंने अधिकारियों के साथ इंजीनियरिंग कॉलेज पहुंचकर इवीएम की क्लिनिंग के कार्य को देखा। इस दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को भी बुलाया गया था। उन्होंने राजनीतिक के पदाधिकारियों से कहा कि पारदर्शिता निर्वाचन आयोग का मूल सिद्धान्त है। उन्होंने अधिकारियों को निर्वाचन की सम्पूर्ण प्रकिया समय पर पूर्ण करने के निर्देश भी दिए। वहीं इंजीनियरिंग महाविद्यालय में इवीएम की प्रथम स्तरीय जांच एफसीएल की प्रकिया का अवलोकन कर इवीएम के कंट्रोल यूनिट और बैलेट यूनिट की क्लिनिंग की प्रक्रिया को देखा। वहीं कंट्रोल यूनिट में से पुराने डाटा को क्लियर करने के बाद प्रत्येक मशीन में सभी 16 बटनों के लिए एक-एक वोट डालकर मशीनों को चेक भी किया गया। इवीएम के डाटा क्लिन कर रहे इंजीनियर बेंगलुरु से आए हैं और इनकी रेण्डम पद्धति से ड्यूटी लगाई जाती है। फिलहाल इवीएम की क्लिनिंग का काम जारी है।
इवीएम गोदाम व निर्वाचन कार्यालय भी पहुंचे
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राव ने इंजीनियरिंग कॉलेज में ही 14.97 लाख से बन रहे इवीएम एवं वीवीपेट वेयर हाउस गोदाम का निर्माण कार्य देखा। उन्होंने अधिकारियों को इसे समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के कार्यालय का निरीक्षण किया। राव ने मतदाता सूची के संक्षिप्त पुनरीक्षण की प्रगति को जांचते हुए समय पर मतदाता परिचय-पत्र बीएलओ के माध्यम से वितरण किया के निर्देश दिए। उन्होंने कार्यालय के निरीक्षण के दौरान प्राप्त आवेदन-पत्रों का अवलोकन भी किया।