हे महाकाल! गर्भगृह हो गया पानी-पानी
उज्जैनPublished: Jul 19, 2019 01:44:36 am
श्रावण की चाक चौबंद व्यवस्था के दावे फेल, महाकाल मंदिर गर्भगृह में भर गया निर्माल्य और जल
water,filled,garbhgrah,Sanctum,moter pump,Mahakalal temple,
उज्जैन. श्रावण मास के दूसरे दिन महाकाल मंदिर की व्यवस्थाओं के दावे फेल हो गए। मोटर पम्प बंद होने के कारण भगवान को अर्पित किए जाने वाला निर्माल्य और जल गर्भगृह में भर गया। इसे जैसे-तैसे खाली किया गया।
भगवान महाकाल के शिवलिंग पर अर्पित होने वाले दूध, दही, शहद और शक्कर (निर्माल्य) और जल जलाधारी से हो कर गर्भगृह के द्वार स्थित चैम्बर में जमा होता है। इसे विद्युत मोटर के माध्यम से उलीच कर खाली करते हैं। इसके लिए ५-५ अश्वशक्ति के दो मोटर पम्प हैं। एक मोटर पम्प खराब हो गई थी और मरम्मत के बाद गुरुवार को पहुंची थी। इसका विद्युत कनेक्शन नहीं हुआ था। इसके पहले लगे मोटर पम्प में खराबी आ गई और चैम्बर से निर्माल्य और जल उलीचना बंद हो गया। मंदिर के सेवकों द्वार पम्प को चलाने के सतत प्रयास होते रहे लेकिन कुछ देर चलने के बाद पम्प बार-बार बंद होता रहा। चैम्बर भर जाने की वजह से निर्माल्य और जल गर्भगृह में भर गया। इस दौरान १५०० रुपए की रसीद लेकर लघुरुद्र अभिषेक और प्रोटोकॉल के तहत गर्भगृह में जाने वाले निर्माल्य और जल से भरे स्थान पर खडे हो कर पूजन करते रहे। काफी प्रयास के बाद मंदिर के सेवकों ने मिलकर जैसे-तैसे स्थान को खाली किया, तब स्थित सामान्य हो सकीं।
सवारी के वीडियो दिखाकर बताया कि यहां दबाव रहता है, वॉकीटॉकी के भरोसे न रहें, खुद लें निर्णय
महाकाल सवारी के दौरान भीड़ कहां रहती है और किस तरह दबाव बनता है यह आप सभी लोग वीडियो में देख लें। सवारी के दौरान इतना शोर रहता है कि वॉकीटॉकी और फोन पर आवाज भी सुनाई नहीं देती है। ऐसे में आप लोग मौके पर खुद ही निर्णय लें, ताकि अव्यवस्था ना फैले। इसके लिए आप सभी अगले एक-दो दिन में सवारी मार्ग पर पहुंचें और स्थिति का अभी से अध्ययन कर लें।
बाबा महाकाल की २२ जुलाई को श्रावण मास की पहली सवारी की तैयारियों केा लेकर यह निर्देश कलेक्टर शशांक मिश्र व एसपी सचिन अतुलकर ने राजस्व एवं पुलिस अधिकारियों को दिए। गुरुवार को पुलिस कंट्रोल रूम में सवारी तैयारियों के मद्देनजर हुई बैठक में वीडियो के माध्यम से अधिकारियों को सवारी के दौरान भीड़ और उन चौराहों के बारे में बताया गया, जहां ज्यादा दबाव रहता है। कलेक्टर ने पहली बार सवारी की व्यवस्था में शाामिल होने वाले अधिकारियों से कहा कि वे मार्ग का भ्रमण कर लें और सभी व्यवस्थाएं समझ लें। इसके लिए साथ में उन पुलिस अधिकारी को लें जो पूर्व में सवारी व्यवस्था में शामिल रहे हैं।
उल्टी दिशा में चलने वाले को रोकें, भजन मंडली को बढ़ाते रहे
क्राउड मैनेजमेंट के लिए सवारी में शामिल भजन मंडलियों को लगातार चलाने के निर्देश दिए। एसपी सचिन अतुलकर ने कहा कि महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा व मुंबई की धर्मशाला वाले क्षेत्र में अतिरिक्त सावधानी बरतें। यहां पर बैरिकेड्स को पार करके लोग नहीं आए। वहीं सवारी के दौरान उल्टे आने वाले लोगों को रोके और कहीं भी एक जगह भीड़ को रुकने न दें।