रविवार को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि मंदसौर से इंदौर जाने वाली बस सुल्तान-ए-हिन्द में बड़ी मात्रा में नागदा बस स्टैंड से नकली मावा ले जाया जा रहा है। एसपी सचिन अतुलकर के निर्देशन व एएसपी क्राइम प्रमोद सोनकर के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच की टीम ने दोपहर करीब 3.30 बजे हरिफाटक ब्रिज के नजदीक उक्त बस को रोक तलाशी ली। आमतौर पर मावा बस की छत या डिक्की में ऊपर ही रख परिवहन होता है लेकिन टीम को एेसी जगह मावे का कोई बंडल नहीं मिला। इस पर टीम ने डिक्की में रखे लगेज हटवाए तो उनके नीचे 10 टोकरी मावा मिला। बाद में पुलिस ने खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी। इस पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी बीएस देवलिया मौके पर पहुंचे और मावे का नमूना लिया
नागदा के दो व्यापारियों का था मावा
मावा इंदौर में कहा भेजा जा रहा था, बस चालक व परिचालक ने इससे अनभिज्ञता जताई। पूछताछ में पता चला कि मावा नागदा के राहुल जैन व फर्म विनोद कुमार किशनलाल व विकास मेहता फर्म गीतांजलि कृषि सेवा केंद्र का है। दोनों व्यापारियों को कार्रवाई की जानकारी देकर तलब किया गया। इस बीच मावा जब्त कर नीलगंगा थाना पहुंचाया गया। शाम करीब ६.४५ बजे दोनों व्यापारी थाने पहुंचे और एक ने ३ व दूसरे ने ७ टोकरी उनकी होना स्वीकार किया। नमूने लेने के बाद मावा व्यापारियों को सुपुर्द कर दिया गया। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार 10 टोकरी में कुल 250 किलो मावा था, जिसका बाजार मूल्य 60 हजार रुपए है।