scriptआखिर क्राइम ब्रांच को क्यों पकडऩा पड़ा मावा | why crime branch took this action | Patrika News

आखिर क्राइम ब्रांच को क्यों पकडऩा पड़ा मावा

locationउज्जैनPublished: Sep 22, 2019 11:14:33 pm

Submitted by:

aashish saxena

यात्री सामान के नीचे दबाकर नागदा से इंदौर पहुंचाया जा रहा था मावा, क्राइम ब्रांच ने की धरपकड़, सूचना के बाद व्यापारी भी थाने पहुंचे, खाद्य सुरक्षा विभाग ने लिए नमूने

patrika

madhya pradesh,Ujjain,crime branch,hindi news,ujjain news,Mava,

उज्जैन. खाद्य सामग्री में मिलावट को लेकर खाद्य सुरक्षा विभाग तो कार्रवाई कर ही रहा है। शहर में क्राइम ब्रांच ने भी बड़ी मात्रा में इंदौर पहुंचाए जा रहे मावे की धरपकड़ की। मुखबिर से सूचना मिलने पर क्राइम बं्राच की टीम ने बस की तलाशी ली। साधारण छानबीन में मावा नहीं मिला लेकिन जब यात्रियों का सामान हटवाए गए तब मावे से भरी 10 डलियां नजर आईं। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम द्वारा जांच के लिए नमूने लेने के बाद मावा संबधित व्यापारियों को सुपुर्द कर दिया गया है।

रविवार को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि मंदसौर से इंदौर जाने वाली बस सुल्तान-ए-हिन्द में बड़ी मात्रा में नागदा बस स्टैंड से नकली मावा ले जाया जा रहा है। एसपी सचिन अतुलकर के निर्देशन व एएसपी क्राइम प्रमोद सोनकर के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच की टीम ने दोपहर करीब 3.30 बजे हरिफाटक ब्रिज के नजदीक उक्त बस को रोक तलाशी ली। आमतौर पर मावा बस की छत या डिक्की में ऊपर ही रख परिवहन होता है लेकिन टीम को एेसी जगह मावे का कोई बंडल नहीं मिला। इस पर टीम ने डिक्की में रखे लगेज हटवाए तो उनके नीचे 10 टोकरी मावा मिला। बाद में पुलिस ने खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी। इस पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी बीएस देवलिया मौके पर पहुंचे और मावे का नमूना लिया

नागदा के दो व्यापारियों का था मावा

मावा इंदौर में कहा भेजा जा रहा था, बस चालक व परिचालक ने इससे अनभिज्ञता जताई। पूछताछ में पता चला कि मावा नागदा के राहुल जैन व फर्म विनोद कुमार किशनलाल व विकास मेहता फर्म गीतांजलि कृषि सेवा केंद्र का है। दोनों व्यापारियों को कार्रवाई की जानकारी देकर तलब किया गया। इस बीच मावा जब्त कर नीलगंगा थाना पहुंचाया गया। शाम करीब ६.४५ बजे दोनों व्यापारी थाने पहुंचे और एक ने ३ व दूसरे ने ७ टोकरी उनकी होना स्वीकार किया। नमूने लेने के बाद मावा व्यापारियों को सुपुर्द कर दिया गया। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार 10 टोकरी में कुल 250 किलो मावा था, जिसका बाजार मूल्य 60 हजार रुपए है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो