टाटा कंपनी की ओर से संतनगर में सीवरेज लाइन डालने का काम किया जा रहा है। इसके चलते यहां पर सीवरेज में डलने वाले प्लास्टिक के पाइप का बंडल रखा हुआ था। इसमें आधे दर्जन से अधिक पाइप थे और सभी की लंबाई करीब ६ मीटर थी। बुधवार सुबह ७ बजे के करीब अचानक इसमें आग लग गई और लपटें निकलने लगी। चूंकि प्लास्टिक पाइप में आग लगने से गाढ़ा काला धुआं भी निकलने लगा। आग इतनी तेज थी कि यहां रखी हेमेंद्र चौहान की कार भी इसकी चपेट में गई और वह एक तरफ से पूरी तरह जल गई। पाइप में आग देखकर आसपास के लोग पहुंचे और आग बुझाने की कवायद करने लगे। इस दौरान सूचना मिलने पर पुलिस और फायर ब्रिगेड भी मौके पर पहुंची। हालांकि पाइप में आग कैसे लगी स्पष्ट नहीं हो पाया है। चर्चा है कि क्षेत्र के ही कुछ बदमाशों ने सुबह पाइप में आग लगा दी, जिससे थोड़ी देर में ही पाइप ने आग पकड़ ली थी। माधवनगर टीआई राकेश मोदी का कहना है कि पाइप में आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है। संभवत: ठंड के चलते किसी ने कचरे में आग लगाई गई और फिर पाइप ने आग पकड़ ली। फिलहाल आगजनी का प्रकरण दर्ज कर लिया है।
टाटा कंपनी के अधिकारी पहुंचे थाने
आग लगने की घटना के बाद दोपहर में टाटा कंपनी के अधिकारी भी माधवनगर थाने पहुंचे। इन्होंने पाइप में आग लगने को लेकर थाने में शिकायत की। हालांकि उन्होंने पुलिस को आग लगाने के पीछे किसी व्यक्ति के नाम या अन्य जानकारी नहीं दी।
पहले महाकाल मंदिर के पास लग चुकी आग
टाटा कंपनी के पाइप में आग लगने की शहर में दूसरी घटना है। इससे पहले महाकाल मंदिर के पास भी खाली मैदान में पड़े सीवरेेज लाइन के प्लास्टिक पाइप में आग लग चुकी है। उस समय कंपनी की ओर से महाकाल थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। कपंनी ने आग के कारण दो से ढाइ लाख रुपए के नुकसान की बात कही थी। आज तक पाइप में लगी आग की वजह और आरोपी पकड़ में नहीं आ पाए।
आग से कार जलने पर मालिक ने की शिकायत
पाइप में लगी आग के कारण कार के जलने पर कार मालिक ने माधवनगर थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज करवाई। कार हेमेंद्र चौहान की है। जो पाइप लाइन के थोड़े ही पास में रखी हुई थी। आग के कारण कारण कार का एक तरफ का हिस्सा पूरी तरह जल गया। गनीमत रही की आग को समय रहते बुझा लिया गया।