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बारिश में क्यों विचरण करते हैं सांप, यह सावधानी रखना बहुत जरूरी

locationउज्जैनPublished: Jun 12, 2018 01:11:50 am

Submitted by:

Lalit Saxena

बिलों में पानी भरने से घरों में घुसते हैं सांप, विशेषज्ञों ने बताए बचाव के उपाय

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उज्जैन. बरसात में सांपों के घरों में घुसने, सर्पदंश से बचने व आमजन में सांपों को लेकर व्याप्त भ्रांतियों को दूर करने वसंत विहार स्थित शोध केंद्र पर दो दिवसीय जनजागरण कार्यक्रम चला, जिसमें लोगों को सांपों के घर में घुसने के प्रति अलर्ट व इनको लेकर व्याप्त भ्रांतियों को दूर किया गया। सर्प अनुसंधान संगठन द्वारा आयोजित दो दिनी कार्यक्रम में लोगों की जिज्ञासाओं का समाधान सर्प विज्ञानी मुकेश इंगले व उनकी टीम ने किया।
शोध केंद्र पहुंचें लोगों को उन्होंने उज्जैन शहर में पाए जाने वाले विषैले व विषहीन सांपों के बारे में जानकारी दी। लोगों को बताया कि बारिश का समय सांपों के लिए सर्वाधिक अनुकूल रहता है। बिलों में पानी भर वर्षा ऋतु का समय सांपों के लिए सर्वाधिक अनुकूल रहता है। बिलों में पानी भर आने पर वे बाहर निकलकर रहवासी क्षेत्रों में घुस जाते हैं। इंगले ने कहा कि सांपों से डरने की नहीं बल्कि इन्हें समझने की जरूरत है। लोग भयभीत होकर सांपों को मार देते हैं। उज्जैन में जहरीले सांपों की केवल तीन प्रजातियां पाई जाती है।
सांपों से एेसें बचें, रहे अलर्ट
घर के ड्रेनेज पाइप में बारीक़ जाली लगवाएं। क्योंकि बारिश में ज्यादातर सांप इसी रास्ते घर में प्रवेश करते हैं। घर के आंगन में ईंट,पत्थर, लोहा, लंगर व लकड़ी के ढेर आदि ना लगाएं। पेड़, पौधों व लता बेलों की वर्षा पूर्व छटनी कराएं। घर के बचे खाद्य पदार्थ,सब्जियों के छिलके, रोटी बाहर ना फेंके। सांप दिखाई देने पर उसे मारने का प्रयास कतई ना करें। सर्पदंश के मामले इसी दौरान घटित होते हैं।
वाल्मी के साथ पर्यावरण व सामुदायिक विकास को समझेंगे विद्यार्थी
उज्जैन. युवाओं में प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण व प्रबंधन के प्रति समझ विकसित करने के लिए जल एवं भूमि प्रबंध संस्थान वाल्मी द्वारा महाविद्यालयीन विद्यार्थियों के लिए इंटर्नशिप प्रोग्राम शुरू किया जा रहा है। प्रथम बैच में एक्सीलेंस कॉलेज के भूगोल विषय के 14 विद्यार्थियों का चयन किया गया है। इन विद्यार्थियों को 10 जुलाई तक पंचायत राज व्यवस्था, सामुदायिक विकास, पर्यावरण संरक्षण, जल व ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, ग्राम समितियों का आकलन आदि विषय पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।

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