बड़ी सौगात की उम्मीद – डीपीआर के लिए कलेक्टर ने भेजा प्रस्ताव, शहर में कैंसर यूनिट के लिए भी बनाई योजना
उज्जैन. शहर को सरकारी मेडिकल कॉलेज मिलने की उम्मीद जगी है। प्रशासन ने मेडिकल कॉलेज स्थापित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रमुख सचिव को प्रस्ताव भेजा है। प्रस्ताव को अमलीजामा पहनाया जाता है तो आगर रोड स्थित सामाजिक न्याय परिसर में मेडिकल कॉलेज का निर्माण होगा।
मेडिकल कॉलेज की स्थापना में बड़ी जरूरत पर्याप्त रिक्त भूमि की है। कलेक्टर कवीन्द्र कियावत ने पहल कर इस जरूरत को पूरा करने के लिए प्रशासनिक स्तर पर प्रस्ताव तैयार किया है। प्रस्ताव अनुसार कॉलेज निर्माण के लिए सामाजिक न्याय परिसर की भूमि उपलब्ध कराई जाएगी। प्रस्ताव स्वास्थ्य विभाग को प्रस्तुत कर दिया गया है। संभावना है कि निकट भविष्य में कॉलेज के लिए कागजी कार्रवाई शुरू हो जाएगी।
प्रस्तावित योजना
मेडिकल कॉलेज का निर्माण सामाजिक न्याय परिसर की रिक्त भूमि पर होगा। इसे नए अस्पताल चरक व पुराने अस्पताल सख्याराजे से जोड़ा जाएगा। सामाजिक न्याय परिसर पर बनने वाले भवन में कॉलेज की शैक्षणिक गतिविधियां होंगी। सख्याराजे और चरक अस्पताल का उपयोग कॉलेज के अंतर्गत उपचार के लिए होगा। इन तीनों यूनिट को अंडरपास से जोड़ा जाएगा, जिससे आने-जाने में आगर रोड का ट्रैफिक परेशानी न बने।
अब आगे क्या
प्रशासन द्वारा डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने के लिए स्वास्थ्य प्रमुख सचिव को प्रस्ताव भेजा है।
विभाग प्रस्ताव मंजूर करता है तो कॉलेज के लिए डीपीआर बनेगी।
डीपीआर के आधार पर मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम परीक्षण करने आएगी।
एमसीआई की सहमति मिलने पर कॉलेज स्थापना के रास्ते साफ हो जाएंगे।
मेडिकल कॉलेज के लिए उज्जैन उपयुक्त
सिंहस्थ अंतर्गत हाल में 450 बिस्तरीय बहुमंजिला सरकारी अस्पताल का निर्माण हुआ। स्वास्थ्य क्षेत्र में यह प्रदेश के प्रमुख इन्फ्रास्ट्रक्चर में से एक है।
शहर एजुकेशन हब के रूप में विकसित हो रहा है।
शहर के मध्य ही कॉलेज स्वास्थ्य सेवा के लिए पर्याप्त रिक्त स्थान।
उच्च शिक्षा के लिए संभागभर के ज्यादातर विद्यार्थी उज्जैन पर आश्रित।
शहर विकास के लिए धर्म, पर्यटन और शिक्षा ही मुख्य क्षेत्र है।
यहां शैक्षणिक माहौल बेहतर है।
मेडिकल कॉलेज से संभाग व आसपास के शहरों को बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था मिल सकेगी।
कैंसर शोध संस्थान की भी पहल
मेडिकल कॉलेज के अलावा कलेक्टर कियावत ने कैंसर शोध संस्थान के लिए भी स्वास्थ्य विभाग को अलग से प्रस्ताव भेजा है। शोध संस्थान भी मेडिकल कॉलेज क्षेत्र में स्थापित होगा। यदि कॉलेज के साथ कैंसर शोध संस्थान के प्रस्ताव को भी मंजूरी मिलती है तो शहर के लिए यह दोहरी बड़ी सौगात होगी। यही नहीं इस सुविधा के बाद उज्जैन स्वास्थ्य क्षेत्र में देश के चुनिंदा शहरों में गिना जाएगा।
मेडिकल कॉलेज और कैंसर शोध संस्थान स्थापित करने के लिए डीपीआर बनाने का प्रस्ताव भेजा गया है। मंजूरी मिलती है तो स्वास्थ्य शिक्षा और चिकित्सा क्षेत्र में कई सुविधाएं उपलब्ध होगी।
कवीन्द्र कियावत, कलेक्टर