scriptजर्जर दुकानें तोडऩे पहुंची निगम टीम की जेसीबी के सामने आई महिलाएं | Women in front of JCB Corporation Corporation | Patrika News

जर्जर दुकानें तोडऩे पहुंची निगम टीम की जेसीबी के सामने आई महिलाएं

locationउज्जैनPublished: Mar 09, 2019 01:15:20 am

Submitted by:

Gopal Bajpai

दो दिन की मोहलत देकर लौटे, पहले एक दुकान तोड़ चुके, बाकी दो तोडऩे के दौरान उपजा विवाद, मकान मालिक-किराएदार के प्रपंच में निगम बन रहा हथियार

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उज्जैन. निजातपुरा क्षेत्र में मनकामनेश्वर महादेव मंदिर के समीप पुराने हो चुके कॉम्प्लेक्स की दो जर्जर दुकानों को हटाने को लेकर शुक्रवार दोपहर निगम टीम व प्रभावित किराएदार पक्ष का विवाद हो गया। जेसीबी लेकर पहुंची गैंग कोर्ट प्रकरण में स्थगन हटने के चलते दुकानों को तोडऩा चाहती थी, जबकि जिनका यहां कब्जा है वे खाली करना नहीं चाहते थे। इस दौरान दल ने कुछ हिस्से को जेसीबी से तोड़ा भी,इस बात को लेकर कुछ महिलाएं जेसीबी से आगे आ गईं और कांग्रेस नेता भी मौके पर पहुंचे। यहां जोन 2 की उपयंत्री निशा वर्मा से उनकी जमकर बहस हुई। प्रभावित पक्ष ने आरोप लगाया कि मकान मालिक से साठगांठ कर निगम प्रशासन बार-बार यहां तुड़ाई की कार्रवाई करने आ जाता है और लोगों को धमकाता है। विवाद बढऩे पर टीम दो दिन की मोहलत देकर लौट गई।
निजातपुरा क्षेत्र में पुरानी हो चुकी दुकानों में से एक को निगम प्रशासन ने कुछ माह पहले तोड़ा था। अब दो दुकानें शेष हैं। इनको तोडऩे निगम गैंग पहुंची थी, लेकिन किराएदार व इनसे जुड़े लोगों ने कार्रवाई का विरोध किया और इसे मिलीभगत बताया। गैंग प्रभारी मोनू थनवार व कोतवाली पुलिस ने लोगों को समझाइश दी। मामला निगमायुक्त तक पहुंचा तो उन्होंने सहा. आयुक्त सुबोध जैन को मौके पर भेजा। बाद में निगम टीम दो दिन की मोहलत देकर लौट आई। इधर इस कार्रवाई को लेकर निगम जोन अमले पर सवाल खड़े हो रहे हैं। आखिर मकान मालिक-किराएदार के प्रपंच में निगम अपनी ताकत क्यों झोंक रहा है।
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2200 सफाईमित्रों को मिलेगी 5-5 हजार सम्मान निधि
उज्जैन . मझोले शहरों में शहर को अव्वल लाने में नगर निगम के स्थायी-अस्थायी सफाईमित्रों का अमूल्य मैदानी योगदान है। कड़ाके की ठंड हो या बारिश हर दिन सुबह से लेकर रात तक इन्होंने मेहनत कर शहर को ये ताज दिलाया। इन्हें 5-5 हजार रुपए सम्मान निधि देने का कमलनाथ सरकार ने ऐलान किया है। इससे नगर निगम के करीब 2200 कर्मी लाभान्वित होंगे। आउटसोर्स कर्मी छोडकऱ निगम के सभी सफाईमित्रों को ये सम्मान निधि मिलेगी। सरकार ने निगम ने इस संबंध में सूची भी मांगी है। सरकार ने उज्जैन सहित प्रदेश के टॉप 20 में आए छह शहरों को इसके लिए चुना है। जिसमें उज्जैन भी शामिल है। शहर 3 से 10 लाख आबादी वाले शहरों में नंबर 1 व देश में चौथे नंबर पर रहा है। शहर को साफ बनाए रखने में सफाईमित्रों ने अपना पूर्ण समर्पण दिया है। सरकार की सम्मान निधि की घोषणा पर निगम सफाई कामगार संगठनों ने भी स्वागत किया ओर सरकार का आभार माना।

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