कथक से की महाकाल की आराधना, बांसुरी की धुन ने मन मोहा
उज्जैनPublished: Dec 13, 2019 01:20:03 pm
मौनी बाबा जयंती महोत्सव : पहले दिन 12वीं में सर्वोच्च 95.4 प्रतिशत तथा 10वीं में 99 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया।
मौनी बाबा जयंती महोत्सव : पहले दिन 12वीं में सर्वोच्च 95.4 प्रतिशत तथा 10वीं में 99 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया।
उज्जैन. ब्रह्मलीन मौनी बाबा जयंती महोत्सव की शुरुआत गुरुवार को महाकाल वंदना के साथ हुई। 110वें श्रद्धा पर्व के पहले दिन कथक के माध्यम से शिव आराधना, बांसुरी की धुन पर कृष्ण भजन तो मौनी बाबा को समर्पित गुरुवंदना की गई। पहले दिन 12वीं में सर्वोच्च 95.4 प्रतिशत तथा 10वीं में 99 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया।
पीआरओ दीपक राजवानी ने बताया पूज्यश्री मौनी बाबा जयंती के उपलक्ष्य में 110वें श्रद्धा पर्व का शुभारंभ मानस भूषण संत सुमन भाई एवं डॉ. अर्चना सुमन द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत नृत्य सिध्दा कला अकादमी की नृत्य पुष्पांजलि से हुई। रितु शर्मा शुक्ला के निर्देशन में नवांकुरों द्वारा महाकाल वंदना प्रस्तुत की, जिसमें भस्म रमैया भूतभावन नटेश्वर महाकाल के शाश्वत स्वरूप को कथक के माध्यम से प्रस्तुत किया गया।
दूसरी प्रस्तुति से प्रतिभा रघुवंशी ग्रुप द्वारा गुरुवंदना, सूरदास के पद गुरु बिन ऐसी कौन करे, मौनी बाबा को समर्पित किया। शुद्ध शास्त्रीय कथक नृत्य ताल धमार में कुछ परण आमद ठाठ तोड़े टुकड़े तिहाईयां व जुगलबंदी प्रस्तुत की। भाव पक्ष के तहत राधा-कृष्ण की छेड़छाड़ पर आधारित ठुमरी और अंत में ताल, तीन ताल में तत्कार की लड़ी से समापन किया। भजन प्रस्तुति उज्जैन निवासी रोहित चावरे ने दी।
प्रतिभाओं का सम्मान
सरस्वती शिशु विद्या मंदिर खाचरौद की छात्रा तनीषा चावड़ा को सांदीपनि श्रीकृष्ण पुरस्कार, शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय माधवनगर की छात्रा रीयारानी मकवाना को प्रतिभा सम्मान से नवाजा गया। दोनों को स्मृति चिह्न व सम्मान राशि भेंट की गई। सुदामा निधि योजना के तहत मनोविकास विशेष विद्यालय के विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। संचालन कैलाश विजयवर्गीय ने किया।