अक्सर बनती है यह स्थिति
जिला अस्पताल में अक्सर घायलों और मरीजों को समय पर उपचार नहीं दिया जाता जिसको लेकर परिजनों की ओर से हंगामें होते हैं। रात मेें अक्सर यह स्थिति बनती है, डॉक्टर अस्पताल में तैनात नहीं रहते और नर्स व कंपाउण्डर काम संभालते हैं। सोमवार को भी यही स्थिति बनी करीब ३० मिनट तक घायल तड़पते रहे पर उन्हें उपचार नहीं मिला। परिजनों के हंगामें के बाद आखिर नर्स ने घायलों को निजी अस्पताल रेफर कर दिया।