बैगाओं ने किया कलेक्टे्रट का घेराव
उमरियाPublished: Jun 14, 2018 05:27:03 pm
नहीं मिल रहा योजनाओं को लाभ, भाजपा नेता ने की अगुवाई
Bagga kills collective secret
उमरिया. सरकारी योजनाओं का लाभ न मिलने और प्रशासनिक उपेक्षा से आक्रोशित जिले के बैगा आदिवासियों ने बुधवार को जिला मुख्यालय में हल्ला बोल की तर्ज पर बीस हजार की संख्या में एकत्रित हुये और नगर में विशाल रैली का आयोजन करते हुये कलेक्ट्रेट का घेराव किया। भाजपा के उपाध्यक्ष एवं आदिवासी नेता सतीलाल बैगा के नेतृत्व में शामिल हुये बैगा आदिवासियों ने बताया कि 1978 में बैगा विकास अभिकरण की स्थापना की गयी थी, लेकिन सरकारे आती जाती रहीं और किसी ने भी इस कथित तौर पर गोद ली जाने वाली जाती के विकास की सुध नहीं ली। जिले भर में बैगा आदिवासियों को न तो सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है न ही शासन प्रशासन द्वारा उनके समस्याओं का कोई निराकरण किया जा रहा है। आदिवासी नेता सतीलाल ने बताया कि केन्द्र एवं राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से गरीबों के कल्याण में जुटी है, लेकिन बैगा आदिवासियों की कोई सुध नहीं ले रहा है। बैगाओं के विकास के नाम पर आदिम जाति कल्याण विभाग वर्ष भर में करोड़ो की मलाई खा रहा है, लेकिन बैगा आज भी अपने मूल स्वरुप में गरीबी एवं भूखमरी का जीवन जी रहें है। सरकारी तंत्र की उपेक्षा से आक्रोशित बैगा समुदाय बुधवार को यहां एकत्र होकर अपने संविधानिक हक और अधिकारों की पूर्ति के लिये जिला प्रशासन के समक्ष गुहार लगाने पहुंचा है। सतीलाल बैगा ने चेतावनी देते हुये बताया कि प्रशासन समय रहते बैगा आदिवासियों की मांग पूरी नहीं करता है तो जिला मुख्यालय में इससे बड़ा आंदोलन किया जायेगा।
किसान कांग्रेस ने दिया समर्थन
किसान कांग्रेस के जिला अध्यक्ष शकील खान ने भी बैगा आंदोलन के बीच पहुंचकर उनकी मांगो को समर्थन किया और जुलूस में शामिल रहे। उन्होने बताया कि जिले में बैगा आदिवासियों सहित अन्य दलित समाज के लोगों की प्रशासन उपेक्षा करने में जुटा है। भाजपा सरकार के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी को चिन्हित कर योजनाओं को लाभ दिया जा रहा है। जबकि वास्तविक हकदार आज भी गरीबी एवं भूखमरी का जीवन जी रहे हैं।