उमरियाPublished: Feb 15, 2020 10:39:47 pm
ayazuddin siddiqui
बांधवगढ़ के ताला में राष्ट्रीय चित्रकार शिविर का हुआ समापनकमिश्नर सहित कई हस्तियां हुई शामिल
आदिवासियों का जीवन स्तर सुधारने में बेहतर साबित होगा अकादमी का प्रयास : कमिश्नर
उमरिया. आदिवासी बाहुल्य जिले उमरिया में 48 फीसदी आबादी जनजातीय समुदाय की है। ललित कला अकादमी के यह प्रयास जनजातीय समुदाय की आजीविका जीवन स्तर सुधारने में उपयोगी साबित होगा । उक्त आशय के विचार कमिश्नर शहडोल आर बी प्रजाापति ने ललित कला अकादमी के राष्ट्रीय चित्रकार शिविर के समापन अवसर पर व्यक्त किए। इस अवसर पर ललित कला अकादमी के उत्तम पचारणे, देवेन्द्र कुमार त्रिपाठी, संयोजक एवं वरिष्ठ चित्रकार भाऊ राव बोदडे, आशीष स्वामी , सहायक आयुक्त जन जातीय कार्य विभाग आनंद राय सिन्हा, एमएन स्वामी, चित्रकार उपस्थित रहे। कमिश्नर शहडोल संभाग आर बी प्रजापति ने ताला में आयोजित राष्ट्रीय आदिवासी चित्र कार शिविर में चित्रकारों को सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होने कलाकारो से मुलाकात कर उनकी कुशल छेम पूछी। इस अवसर पर कलाकार जुधइया बाई बैगा, बूटन बाई बैगा, फगुनी श्याम, संभव सिंह श्याम , गीता बारिया, जय सिंह पट्टा , राजेन्द्र उइके , गणेश कुशराम , सुनील श्याम को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया एवं उनके उज्वल भविष्य की कामना की। कार्यक्रम में जिला एवं सत्र न्यायाधीश पी के सिन्हां ने शिविर का अवलोकन किया। मंच का संचालन आदर्श महाविद्यालय के प्राचार्य अभय पाण्डेय के द्वारा किया गया एवं कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन आशीष स्वामी द्वारा किया गया । फगुनी बाई बैगा ने बांधवगढ़ में घटी घटना को चित्र के माध्यम से प्रदर्शित किया। शिविर में लोरहा निवासी फगुनी बाई बैगा ने बांधव गढ़ में विगत वर्ष घटी घटना का चित्रण किया। जिसमें बताया गया कि किस तरह एक हाथी के पैर के नीचे आने से एक महावत की मौत हो गई थी । जिसे कमिश्नर शहडोल द्वारा सम्मानित किया गया । इसी तरह शिविर में विभिन्न प्रकार के आदिवासी चित्र बनाये गए थे ।