उमरियाPublished: Feb 26, 2020 05:44:11 pm
ayazuddin siddiqui
सीडब्ल्यूएसएन शिविर का आयोजन
बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर दिया प्रमाण-पत्र
उमरिया. बीआरसी भवन मानपुर में विकलांगता शिविर का आयोजन भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलीम्को) जबलपुर एवं मेडिकल बोर्ड उमरिया के सहयोग से राज्य शिक्षा केंद्र के तत्वाधान में खंडस्तरीय चिकित्सकीय मूल्यांकन एवं विकलांगता शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें मानपुर ब्लॉक के समस्त शासकीय अशासकीय विद्यालयों में कक्षा 1 से 8 तक में दर्ज बच्चों का मेडिकल बोर्ड द्वारा गहन परीक्षण कर उन्हें प्रमाण पत्र भी जारी किया गया। उक्त सीडब्ल्यूएसएन शिविर के आयोजक विकासखंड स्त्रोत समन्वयक धनेंद्र तिवारी ने बताया कि यह शिविर विशेष आवश्यकता वाले बच्चों सीडब्ल्यूएसएन हेतु आयोजित किया गया। जिसमें पंजीकृत बच्चों का मूल्यांकन यहां पर उपस्थित मेडिकल बोर्ड के पृथक पृथक विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम द्वारा किया जाएगा और इसके उपरांत उन्हें आवश्यक उपकरण एवं एलिम्को द्वारा कृत्रिम अंग आदि भी उपलब्ध कराए जाएंगे। जिससे वे सामान्य बच्चों की तरह दिनचर्या में आ सकेंगे।
खंड स्तरीय शिविर में मेडिकल बोर्ड से डॉक्टर मुकुंद चतुर्वेदी (मनोरोग चिकित्सा विशेषज्ञ) डॉक्टर एके लाल (नेत्र चिकित्सक) डॉ एन एल रुहेला (अस्थि रोग विशेषज्ञ) डॉक्टर हेमंत अग्रवाल (ईएनटी विशेषज्ञ) की टीम ने विशेष आवश्यकता वाले बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। आयोजित सीडब्ल्यूएसएन शिविर में विशेष आवश्यकता वाले कुल 238 बच्चों ने पंजीकरण करवाया। जिसमें से अस्थि बाधित-67, मानसिक बाधित-61, श्रवणबाधित-57, दृष्टिबाधित-53 बच्चों ने यहां पर रजिस्ट्रेशन कराया। उक्त शिविर में-93 विकलांगता प्रमाण पत्र मेडिकल बोर्ड द्वारा सीडब्ल्यूएसएन बच्चों को जारी किए गए।
जिसमें से चिन्हित 118 बच्चों को एलिम्को द्वारा सहायक एवं उपयोगी उपकरण जैसे ट्राईसाईकिल कैलीपर्स व्हीलचेयर ब्रेलकिट आदि प्रदान किया गया। वहीं एलिम्को के प्रतिनिधि डॉ राधाश्याम दास ने बताया कि यहां पर उक्त उपकरणों के अतिरिक्त हमारे द्वारा एक अत्याधुनिक उपकरण दृष्टिबाधित बच्चों के लिए प्रदान किया गया है जो कि डेजी लेयर है जो कि दृष्टि बाधित बच्चों के पठन-पाठन हेतु विशेष सहायक रहेगा। बीआरसी में आयोजित उक्त सीडब्ल्यूएसएन शिविर में जिला शिक्षा केंद्र उमरिया से आए हुए समावेशी शिक्षक कमलेश पांडे एपीसी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।