ग्रामीण परेशान
उमरिया•Apr 30, 2019 / 10:22 pm•
ayazuddin siddiqui
बंद पड़ी नल-जल योजना
घुनघुटी. गर्मी के आहट के साथ ही जिले के ग्रामीण अंचलो में पानी की किल्लत भी प्रारंभ हो जाती है। समय रहते समुचित इंतजामात ने होने की वजह से जिले वासियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है। प्राकृतिक जल स्त्रोतो के साथ ही अन्य संसाधन भी जवाब देने लगते हैं। जिसके चलते जिले वासियों को भीषण जल संकट का सामना करना पड़ता है। सबसे ज्यादा समस्या ग्रामीण अंचलो में देखने मिलती है। जहां हैण्डपंप सूखे पड़े हैं और नल-जल योजनाएं भी ठप्प है। ऐसे में लोगो को पीने के पानी के लिए भटकना पड़ता है। कुछ ऐसी ही स्थिति उमरिया जिले के जनपद पंचायत बिरसिंहपुर पाली के ग्राम पंचायत घुनघुटी में देखने मिल रही है। जहां एन एच 43 के बगल मे बनी 50000 लीटर की पानी टंकी 15 दिनो से बंद पड़ी हुई है । पीएचई विभाग व पंचायत की लापरवाही के कारण कड़कड़ाती गर्मी में ग्रामीण जनता को पानी से जूझना पड़ा रहा है। वहीं गांव में 336 हैंडपंप है, जिसमें आधे से अधिक हैंडपंप का जल स्तर कम होते जा रहा है। ग्राम पंचायत घुनघुटी में नल जल योजना है लेकिन वहां तक आज भी पानी की एक बूंद नहीं पहुंची ग्रामीण अंचल पर पाइप तो बिछा दी गई है वही ऊपर से मिट्टी भी डाल दी गई है लेकिन ग्रामीण आज भी पानी को बूंद बूंद तरस रहे हैं इतना ही नहीं लोकसभा चुनाव में जनता ने यह भी कहां था की पानी नही तो वोट नही गर्मी के मौसम पर पानी के इंतजार पर बैठे ग्रामीण जन लेकिन यहां के सरपंच राजनीति पर खेल खेलते चले जा रहे हैं विभाग की लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है। वही गांव के बीच से निकली नदी का पानी सूख गया है। सबसे बड़ी लापरवाही पंचायत की है। पीएचई विभाग द्वारा ध्यान नही दिया जा रहा है। पीएचई विभाग ने हर हैंड पंप में सीमेंट का चबूतरा बनवाया है जो टूट कर बिखर गया है विभाग की लापरवाही हैंडपंप को सुरक्षित रखने के लिए चबूतरा बनवाया गया था। घुनघुटी में 36 हैंडपंप बिगड़े पड़े हुए हैं। जिसमें ग्राम पंचायत घुनघुटी के पतनार, राजापटपार, स्टेशन, खटकी टोला शामिल है। इन हैण्डपंपो के मरम्मती करण को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। इस मामले को लेकर कलेक्टर उमरिया स्वरोचिश सोमवंशी ने कहा है कि जल्द ही समुचित व्यवस्था कराई जाएगी। देखना यह है कि कब तक जलापूर्ति बहाल हो पाती है।