उमरियाPublished: Mar 01, 2021 06:24:32 pm
ayazuddin siddiqui
गैस रिफिलिंग का भी चल रहा काम, विभागीय अमले ने साधी चुप्पी
Commercial use of domestic gas cylinders
मानपुर. घरेलू गैस सिलेंडरों से छोटे गैस सिलेंडरों में गैस भरने का काम धड़ल्ले से किया जा रहा है। इतना ही नहीं घरेलू गैस सिलेंडर का व्यावसायिक उपयोग भी किया जा रहा है। जिससे कभी भी बड़ी घटना घटित हो सकती है। इसके बाद भी विभागीय अमले ने चुप्पी साध रखी है। मानपुर नगर से लेकर ग्रामीण इलाके में अधिकतर होटल मिठाई व चाय की दुकानों में घरेलू गैस सिलेंडर का इस्तेमाल हो रहा है। इसके बावजूद इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हो रही। नियम यह है कि इस तरह के प्रतिष्ठानों पर घरेलू गैस की जगह कामर्शियल सिलेंडरों का प्रयोग किया जाना चाहिए। वर्षाे से घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग हो रहा है। इनके व्यवसायिक उपयोग पर प्रतिबंध नहीं लग पाया है। कई होटल संचालकों ने व्यावसायिक गैस के कनेक्शन ले रखे हैं वहां उनकी खपत हर महीने चार से पांच सिलेंडर की है मगर वह व्यावसायिक सिलेंडर की बजाय घरेलू सिलेंडर का उपयोग कर रहे हैं।
मुनाफे के फेर में चल रहा अवैध कारोबार
अवैध रिफिलिंग का धंधा गैस चूल्हा स्पेयर पार्ट बेचने वाली दुकान पर होता है। ऐसे दुकानदारों को गैस एजेंसी से 14.2 किलोग्राम का एक गैस सिलेंडर प्राप्त होता है। जबकि हेंडी गैस में प्रति किलोग्राम गैस भरने के 130-160 रुपए वसूले जा रहे हैं। इससे रिफिलिंग वालों को काफी मुनाफा होता है। यह सब जागरूकता के अभाव में हो रहा है। इसको रोकने के लिए सरकार 5 किलोग्राम वजन वाली सिलेंडर की व्यवस्था की जो आसानी से सभी गैस एजेंसी में उपलब्ध है बावजूद लोग कनेक्शन लेने की बजाय बाजार से हेंडी गैस खरीद लेते हैं।
इनका कहना है
अभी कुछ दिन पहले कार्यवाही की गई थी। आपके माध्यम से जानकारी मिली है निरीक्षण कर कार्यवाही की जाएगी।
यज्ञदत्त त्रिपाठी, फूड इंस्पेक्टर