उमरियाPublished: Jun 17, 2019 10:28:20 pm
ayazuddin siddiqui
वन संपदाओं का हो रहा दोहन
विभाग ने शुरू किया सर्चिंग अभियान
उमरिया. जिले में 820 वर्ग किमी क्षेत्र में फैलेे उमरिया मण्डल के वनों में न केवल अनाधिकृत रूप से घुसपैठ जारी है बल्कि तरह तरह के अपराध भी पनप रहे हैं। इमारती लकड़ी की अवैध कटाई, रेत खनिज का उत्खनन आदि के माध्यम से आसपास के लोगों द्वारा वन संपदा का दोहन किया जा रहा है। इस पर अंकुश लगाने वन विभाग ने सर्चिंग अभियान शुरू किया है। जिसमें दल गठित कर रात्रिकालीन गश्त तथा नाकेबंदियां की जा रही हैं। इस कार्रवाई से पिछले दो माह के अंतराल में कई स्थानों से धरपकड़ की गई है। ज्ञातव्य है कि वन मण्डल की सुरक्षा के लिए जिले में 5 रेंज तथा 6 चौकियां संचालित की जा रहीं हैं। जहां सुरक्षा के लिए वैपन्स भी उपलब्ध हैं। वनों के अंदर से रेत और इमारती लकड़ी के अलावा तेंदू पत्ता, चिरौंजी, महुआ आदि जैसे वनोपज भी लोगों द्वारा ले जायी जाती है।
कहीं सागौन तो कहीं ट्रैक्टर जब्त
धर पकड़ अभियान अंतर्गत चंदिया नगर अंतर्गत एक पानी पाउच फैक्ट्री से करीब 20 हजार रुपए मूल्य की 0.783 घनमीटर 17 नग सागौन की लकड़ी जब्त की गई थी। चंदिया रेंज अंतर्गत ही अखड़ार से 6 हजार रुपए मूल्य की 3 बैलगाड़ी जलाऊ लकड़ी पकड़ी गई और प्रकरण तैयार किए गए। अखड़ार जंगल कक्ष क्रमांक 16 में रेत से भरे दो ट्रैक्टर जब्त किए गए। इनमें लगभग 7 हजार रुपए मूल्य की 5 घनमीटर रेत भरी हुई थी। इस मामले में प्रकरण दर्ज किया गया है और ट्रैक्टरों को राजसात करने की कार्रवाई शुरू की गई है। नौरोजाबाद रेंज से लगभग 40 हजार रुपए मूल्य का 0. 629 घनमीटर 7 नग सागौन की लकड़ी जब्त की गई। पाली में एक बस से डेढ़ मानक बोरा तेंदूपत्ता भी जब्त किया गया था। जिसमें 10 हजार रुपए जुर्माना किया गया था।
शिकारी पकड़ाया
भरौला के समीपी जंंगल में वन्य जीव का शिकार करने का प्रयास करने वाला आरोपी पकड़ा गया था। भरौला निवासी सप्पू यादव वन और अपने खेत के बीच जमीन में खूटिंया गाड़ कर हाईवोल्टेज का तार बिछाकर वन्यजीवों के शिकार की ताक में था। उसी समय गश्ती दल को सूचना मिली और उसने मौके पर पहुंच कर न केवल आरोपी को दबोच लिया बल्कि मौके पर लगे तार, खूंटी आदि भी जब्त कर लिया गया। गश्ती दल ने अपना सूचना तंत्र विकसित कर लगातार करंट बिछाने वालों पर नजर रखी तथा संभावित स्थानों पर दबिश दी।
ट्रेनों से ले जाते हैं लकड़ी
वन अपराध रोकने विभाग द्वारा सक्रियता बरती जा रही है, लेकिन यह प्रयास पर्याप्त नहीं हैं। जंगलों से लोग जलाऊ लकड़ी ले जाकर उसका व्यवसाय कर रहे हैं। चंदिया, नौरोजाबाद, घुनघुटी से दर्जनों की संख्या में लकड़ी के ग_े लेकर लोग ट्रेनों चढ़ते हैं और शहरों में उन्हे बेचकर घर लौट जाते हैं। यह सिलसिला लंबे अर्से से चल रहा है।
इनका कहना है
वनों की सुरक्षा के उपाय किए जा रहे हैं। पूरा प्रयास किया जा रहा है कि वनों के अंदर अनाधिकृत घुसपैठ बंद हो और वन संपदा सुरक्षित रहे।
एम एस भगदिया, वनमण्डलाधिकारी उमरिया।