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ठेकेदार की मनमानी का हर्जाना भर रहे राहगीर

locationउमरियाPublished: Sep 03, 2018 05:33:52 pm

Submitted by:

shivmangal singh

अधिकारी मौन : एनएच-43 पर अव्यवस्थाओं का साम्राज्य

Filling the damages of contractor's arbitrator

ठेकेदार की मनमानी का हर्जाना भर रहे राहगीर

उमरिया. राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 43 के उमरिया शहडोल खण्ड के निर्माण में घोर अनियमितता ठेकेदार द्वारा बरती जा रही है जिस पर जिम्मेदार अधिकारी चुप्पी साधे हुऐ है। जिसके परिणाम स्वरूप ठेकेदार सभी नियम कायदों को तिलांजलि देते अपने स्वार्थ को सिद्ध करते हुये यहां से गुजरने वालों की जान लेने पर तुला हुआ है। उमरिया-शहडोल के इस खण्ड के निर्माण की जिम्मेदारी जिस जेवीजी मद्रास की कम्पनी की कानूनी जिम्मेदारी थी, उसने पिछले तीन साल से काम को न कर पाने की असमर्थता बताते हुये पेटी कांटेक्टर के रूप में बुढ़ार के सिंधानिया ब्रदर्स की कम्पनी तिरूपति बिल्डिकान को ठेका दे दिया है।
मार्ग में जानलेवा गड्ढे
नियम से जहां से कार्य प्रारम्भ हुआ था उसे एक सिरे से सम्पूर्ण करते हुये आगे बढना था, लेकिन ठेकेदार एक साथ अपनी सामथ्र्य से ज्यादा काम करने के चक्कर में सबको परेशान कर रखा है जहां एक तरफ पठारी फाटक से बरही तक सिंगल रोड बनाया है और उसके प्लेटफार्म को मजबूत किये बिना दूसरी तरफ निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिया है। जिससे साइड लेने के चक्कर मे रोज वाहन पलट रहे या उनमें विवाद की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। बरही से करकेली रोड पूर्ण रूप से सही थी, लेकिन अब उसको भी उखाड़कर पूरे मार्ग में जानलेवा गड्ढे व डेंजर पाइट बना दिये गये है। जिसके चलते आए दिन हादसे हो रहे हैं और कोई न कोई चोटिल हो रहा है।
गिट्टी मुरुम की जगह मिट्टी का छिड़काव
ठेकेदार को रोड निर्माण करते हुऐ साईड में गिटटी,मुरूम से पक्का निर्माण करना था जिससे की साइड लेने वाहन दुर्घटनाग्रस्त न हो, लेकिन व ऐसा जानबूझकर राशि व श्रम चुराने के चक्कर में केवल मिट्टी का छिड़काव कर दिया है जिससे कि बरसात के पानी में वहां दलदल बन गया है और आये दिन यहां बड़े वाहनों के साथ छोटे वाहन चालक भी दुर्घटना के शिकार हो रहे है। यहां से उमरिया नौरोजाबाद की तरफ केन्द्रीय विद्यालय की बसे भी चलती है जिस पर अपडाउन करने वालों बच्चों की सुरक्षा पर सवालिया निषान खडे हो गये है, यहां ठेकेदार की जानलेवा लापरवाही से कभी भी गंम्भीर हादसा हो सकता है। तीन सौ करोड के ठेके में आखिर कहां राशि की कमी दिखाई दे रही है जिससे कि ठेकेदार अपने कर्तव्यों को पूरा न कर लोगों की जान सांसत में डाले रखा है, यह किसी की समझ नहीं आ रहा है, शहडोल से लेकर जबलपुर, भोपाल दिल्ली के अधिकारी भी इस संवेदनशील मार्ग के प्रति लापरवाही दिखा रहे है।
इनका कहना है
आपके द्वारा मेरी जानकारी में इसे लाया गया है में अभी सम्बधित अधिकारीयों से जांच करवा एनएच 43 के निर्माण कार्य को दुरूस्त करवाता हूं।
जेके जैन, कमिश्नर शहडोल
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वहां पर निर्माण कार्य हो रहा है, आपके द्वारा जो समस्या बतायी गयी है उसके सुधार के लिए निर्देश किए जाएंगे।
आशुतोष मिश्रा, चीफ इंजीनियर एमपीआरडीसी भोपाल
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