उमरियाPublished: Feb 16, 2020 05:28:00 pm
ayazuddin siddiqui
जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र उमरिया में स्वरोजगार कार्यशाला
गांधीवादी विचारक ने कहा- उद्योगों के माध्यम से युवाओं को रोजगार से जोड़ें
उमरिया. जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र द्वारा एक दिवसीय स्वरोजगार कार्यशाला का आयोजन रण विजय प्रताप सिंह महाविद्यालय सभागार में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गांधीवादी विचारक रघु ठाकुर ने कहा कि युवाओ को रोजगार से जोडने के लिए गांधी जी द्वारा बताए गए मार्ग का अनुशरण करनें की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज हम सब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का 150वां जयंती वर्ष मना रहे है। गांधी जी ने विकेन्द्रीकृत अर्थव्यवस्था का विचार दिया था। जिसका आशय था चलो शहर से गांव की ओर, चलो मशीन से हाथ की ओर और चलों बड़े उद्यमियों से छोटे उद्यमियों की ओर। जिसका आशय है कि ग्रामीण व्यवस्था में उपलब्ध संसाधनों तथा वहां की जरूरतों का आकलन कर छोटे छोटे उद्योग स्थापित किए जाए। जिससे इंसान के हाथों को रोजगार से जोड़ा जा सके। जो उनके आजीविका का साधन बन सके। आपने कहा कि वर्तमान परिवेश में प्राकृतिक संसाधनों का उतना ही उपयोग किया जाना चाहिए जितने ही आवश्यकता हो। इस अवसर पर महाविद्यालय जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष एरास खान, महाविद्यालय के प्राचार्य सी बी सोधिंया, आदर्श महाविद्यालय के प्राचार्य अभय पाण्डेय, महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र विजय शुक्ला, अग्रणी बैंक प्रबंधक रूसिया, पालीटेक्निक के प्राचार्य अतुल वाजपेयी, प्रध्यापक एम एन स्वामी, संजीव शर्मा सहित उद्यमी, पत्रकार संजय शर्मा सहित बडी संख्या में महाविद्यालयीन छात्र उपस्थित थे। महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र विजय शुक्ला ने बताया कि शासन द्वारा प्रमुख रूप से स्वरोजगार योजनाओं के तहत युवा उद्यमी योजना, स्वरोजगार योजना, आर्थिक कल्याण योजना, कृषक उद्यमी योजना तथा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम का संचालन किया जाता है। इन योजनाओं के तहत 18 से 40 वर्ष आयु तक के युवा स्वरोजगार हेतु आवेदन कर सकते है। दस लाख तक के स्वरोजगार के प्रकरणों में जिला उद्योग केंद्र द्वारा प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की जाती है, इससे उपर के प्रकरणों में सीए के माध्यम से प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करानी होती है। आवेदन के साथ आवेदक को मूल निवासी प्रमाण पत्र , जन्म तिथि के सत्यापन हेतु पांचवी एवं आठवी की अंकसूची, जाति प्रमाण पत्र , मशीन उपकरण, साज सज्जा हेतु वर्तमान दरो ंके कोटेशन, भूमि भवन यदि किराए पर हो तो किरायानामा, आयकर दाता नही होने के संबंध में स्वघोषणा पत्र , बीपीएल राशन कार्ड की प्रतिलिपि, असंगठित श्रमिक पंजीयन प्रमाण पत्र ,आधार कार्ड, दो फोटो तथा बैंक खाता की जानकारी देनी होती है। विभाग द्वारा प्रमुख रूप से उद्योग सेवा एवं व्यवसाय संबध्ंाी गतिविधियों के लिए स्वरोजगार योजना के प्रकरण तैयार करता है। जिले में उद्योग क्षेत्र में राईस मिल, आयल मिल, दाल मिल, फ्लोर मिल, मसाला निर्माण, आईस कैण्डी, ब्रेकरी प्रोडक्ट, अगरबत्ती निर्माण, सीमेंट प्रोडक्ट, फ्लाई एस ब्रिक्स, फ्रेसिंग पोल निर्माण, स्टील फ्रेब्रीकेशन, लकडी फर्नीचर, खाद्य प्रसंस्करण, रेडी मेड गारमेण्ट से संबंधित उद्योगों के लिए प्रकरण तैयार करता है। इसी तरह सेवा क्षेत्र में चार पहिया एवं दो पहिया वाहनो की मरम्मत, कम्प्यूटर रिपेयरिंग, घडी रिपेयरिंग, सेलरिंग कार, स्टील एवं लकडी फर्नीचर रिपेरिंग, घरेलू विद्युत मम्मरत, वेल्ंिडग मरम्मत, रेस्टोरेंट, होटल, ढाबा, फोटोकापी, सायबर कैफे आदि जैसे कार्यो हेतु प्रकरण तैयार करता है। इसी तरह व्यवसाय क्षेत्र में किराना, कपडा, बर्तन, स्टेशनरी, कम्प्यूटर, इलेक्ट्रानिक, मोबाइल, जनरल स्टोर, मनिहारी, गल्ला, हार्ड वेयर, डेली नीडस, फल, सब्जी, क्राकरी स्टोर, कृषि यंत्र, उपकरण आदि से सबंधित स्व व्यवसाय हेतु मदद करता है। विस्तृत जानकारी जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र उमरिया से प्राप्त की जा सकती है। अग्रणी बैंक प्रबंधक ने बताया कि बैंक वित्तीय लेन देन की सुविधा देने वाली संस्था होती है। स्वरोजगारी को अपने रोजगार चयन के बाद लोन लेना चाहिए। जिससे वह समय पर अदायगी कर सके। आपने बताया कि वर्तमान समय में वित्तीय फ्राड के अनेक तरीके प्रचलित है। इसके लिए स्वरोजगारी को जानकार होना चाहिए साथ ही सभी कार्यो में सतर्कता बरतनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बिना परिश्रम के कोई लाभ नही मिलता है। सायबर फ्र्राड के माध्यम से इस तरह के अपराध प्रचलन मे आए है जिनसे बचने की जरूरत है।
आपने कहा कि बैंकों द्वारा कभी भी अपने उपभोक्ता से व्यक्तिगत जानकारी नही प्राप्त की जाती है। इसलिए कोई भी उपभोक्ता मोबाइल या अन्य माध्यमों से प्राप्त होने वाले संदेशों एवं वार्तालाप में प्रभावित होकर वित्तीय रिकार्डो से संबंधित जानकारी नही दें।