इनका कहना है
कार्यालय की एक प्रक्रिया होती है जिसके तहत मजदूरों का इपीएफ काटा जाता है। उसी हिसाब से सबके इपीएफ काटे गये है। इपीएफ आफिस में सबके रिकार्ड हैं जिन्हें देखा जा सकता है। रही बात आरोपों की तो आरोप तो कोई भी किसी के ऊपर लगा सकता है। ये पब्लिक डोमेन की चीजें हैं। ये कोई छुपाने वाली चीज नही है।
सभी काम नियमानुसार हो रहे है।
एसके जैन
एडीशनल चीफ इंजीनियर संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र बिरसिंहपुर पाली