उमरियाPublished: Sep 27, 2020 02:55:14 pm
ayazuddin siddiqui
कमिश्नर की अध्यक्षता में हुई मॉनिटरिंग समिति की बैठक
Important decisions taken for making eco-sensitive zone plan in Bandhavgarh Tiger Reserve
उमरिया. कमिश्नर शहडोल संभाग नरेश पाल की अध्यक्षता में बांधवगढ़़ टाइगर रिजर्व की ईको सेंसेटिव जोन के जोनल मास्टर प्लान तैयार करने हेतु पारिस्थितिक संवेदीजोन की मॉनीटरिंग समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में क्षेत्र संचालक बांधवगढ़़ टाइगर रिजर्व विंसेंट रहीम ने बताया कि जोनल मास्टर प्लान तैयार करने के लिये तकनीकी समिति का गठन कर लिया गया है। अब तक लगभग 15 गांव के लोगों से चर्चा की गई है। उन्हेाने बताया कि ईकों सेंसेटिव जोन में लगभग 1 लाख 37 हजार लोग आएगें, जिन्हें पर्यावरण पर आधारित रोजगार से जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि ईको सेंसेटिव जोन तैयार करने के लिये उस क्षेत्र के लोगों से निरंतर चर्चा की जा रही है। उनके द्वारा जोनल मास्टर प्लान का ड्राफ्ट तैयार किया गया जिसमें सभी समिति सदस्यों से सुझाव टिप्पणी मांगी गई है जिसके उपरांत अंतिम फार्मेैट जारी किया जाएगा। ईकेा सेेंसेटिव जोन बनाने का उदश्ेय पर्यावरण की सुरक्षा है पर्यावरण की सुरक्षा के लिये जोन क्षेत्र में रहने वाले किसानों और मजदूरों को रोजगार के अवसर वनो पर आधारित रोजगार मुहैया कराकर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। उन्होने बताया कि जोन क्षेत्र में रहने वाले किसानों और मजदूरों को कैसे रोजगार उपलब्ध कराना है शासन के गाइडलाइन के अनुसार कार्ययोजना तैयार की जा रही है। उन्होने बताया कि ईको सेंसेटिव जोन क्षेत्र में निर्माण कार्यों को तीन भागों में विभाजित किया गया है- 1. प्रतिसिद्ध 2. विनियमित 3. अनुमत्य।
बैठक में क्षेत्र संचालक बांधवगढ़़ टाइगर रिजर्व ने बताया कि बांधवगढ़़ टाइगर रिजर्व के आसपास के क्षेत्रो में होटलों के विस्तार के आवेदन आये है। इसी प्रकार बांधवगढ़़ क्षेत्र में बैगर अनुमति के आवासों का निर्माण करने वाले 07 व्यक्तियों को नोटिस दिये गए है। बैठक में कमिश्नर ने निर्देश दिए कि होटलों के विस्तार से संबंधित आवेदनों का राजस्व विभाग द्वारा परीक्षण कर नियमानुसार उन पर कार्यवाही करें, वहीं बाधवगढ़ क्षेत्र में बैगर अनुमति के आवासो का निर्माण करने वालों के विरूद्व नोटिस देकर नियमानुसार कार्यवाही करें। बैठक में क्षेत्र संचालक द्वारा बताया गया कि उमरिया जिले में माइनिंग कॉर्पोरेशन भोपाल द्वारा 5 रेत खदानें इको सेंस्टिव जोन में स्वीकृत कर दी गई हैं जिसको निरस्त करने की प्रक्रिया चालू है। बैठक मे कमिश्नर ने निर्देश दिए कि बांधवगढ़ क्षेत्र के 132 गांवो में शासकीय अधिकारियों द्वारा निर्माण कार्यों से संबंधित या अन्य किसी भी प्रयोजन से स्वीकृति प्रदान की जाती है। बांधवगढ़़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र में किस आधार पर निर्माण कार्यों के लिये या अन्य प्रयोजन के लिये किन नियमों के तहत अनुमतियां दी जा सकती है, इसकी जानकारी सभी अधिकारियों को होना चाहिए। इसके लिये समुचित प्रचार सामग्री तैयार कर क्षेत्र के सभी 132 गांव के सार्वजनिक स्थानों में चस्पा किया जाएं। बैठक में अन्य विषयों पर भी चर्चा की गई। बैठक में क्षेत्र संचालक बांधवगढ़़ टाइगर रिजर्व विंसेंट रहीम, वन सरंक्षक एवं पदेन वनमण्डलाधिकारी आरएस सिकरवार, उप संचालक बांधवगढ़़ टाइगर रिजर्व सिद्धार्थ गुप्ता एवं अन्य सदस्य उपस्थित रहें।