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बंद खदान से रेत निकालते समय हुआ हादसा, मजदूर की मौत

locationउमरियाPublished: Apr 22, 2019 10:24:04 pm

Submitted by:

ayazuddin siddiqui

रेत भण्डारण के लिए सोन नदी से हो रहा था अवैध उत्खनन

Death

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उमरिया. जिले में रेवड़ी की तरह बांटे गये खनिज भण्डारण जहां जिले की प्राकृतिक वन संपदा, नदी नालों के स्वरूप को लगातार नष्ट कर रहे हैं। वहीं आम आदमी की जिंदगी भी रेत माफियाओं के निशाने में है। ताजा हादसा सोन नदी की बल्हौड़ रेत खदान मे हुआ है जहां ग्राम पंचायत की बंद खदान से अवैध रूप से रेत निकालते समय ट्रेक्टर पलटने से मजदूर भरत कोल की मौत हो गई है। बताया जाता है कि उक्त मजदूर की मौत प्रीति वर्मा के भण्डारण स्थल पर ही हो गई थी, जिम्मेंदार माफियाओं ने जानलेवा करतूत को छिपाने के लाख जतन किए लेकिन मामले को दबा नही सके। इस मामले में प्रीति वर्मा के रेत भण्डारण की ओर शक की सुई बार बार घूम रही है और ग्रामीणों की माने तो रेत माफिया प्रीति वर्मा के इशारे पर बंदूकधारी दबंगो की मदद से सोन का सीना लगातार छलनी किया जा रहा है।
खदान बंद, उत्खनन जारी
ग्राम पंचायत बल्हौड की मुंह बोला खदान भाजपा सरकार में नई खनिज नीति के तहत स्वीकृत की गई थी, जिसके संचालन एवं संधारण का जिम्मा ग्राम पंचायत के जिम्मेंदार लोगो का था, सरकार बदली और बदल गये संचालन , संधारण के कायदे। नई सरकार के नये कलेक्टर अमर पाल सिंह ने अपने खासम खास प्रीति वर्मा को ग्राम पंचायत की स्वीकृत खदान की बगल से रेत के भण्डारण की स्वीकृति प्रदान कर दी और उसके बाद से लगातार रेत का अवैध उत्खनन शुरू कर दिया गया। ग्रामीणों की शिकायत के बाद जिला प्रशासन ने बल्हौड रेत खदान की आई डी को लाक कर दिया, लेकिन प्रीति वर्मा के गुर्गे देर रात के बाद लगातार सोन नदी से ट्रेक्टर, हाईवा में जेसीबी मशीन से रेत भरकर अवैध कारोबार करते रहे जिसका खामियाजा मजदूर भरत कोल को अपनी जान गंवाकर भुगतना पड़ा।
जान से महंगी हुई रेत
जिले में रेत के अवैध व्यापार का सिलसिला कुछ इस कदर चल रहा है कि यहंा आदमी के जान की कीमत भी रेत के सामने कुछ नही है। यह पहला मामला नही है इसके पूर्व भी सलैया खदान में एक नबालिक युवती की जान माफियाओं की करतूतों की भेँट चढ़ चुकी है। वहीं सुखदास में युवक रेत से भरे डंफर की ठोकर से गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसका इलाज जबलपुर मे कराया गया इस घटना में आक्रोशित ग्रामीणों ने डंफर में तोड़ फोड़ की थी, पुलिस के हस्ताक्षेप के बाद ग्रामीण शांत हुए थे। बावजूद इसके जिला प्रशासन रेत के भूखे माफियाओ की करतूतो पर अंकुश लगाने में नाकामयाब है।
इनका कहना है
बल्हौड़ रेत खदान के समीप ट्रेक्टर से दुर्घटना होने पर भरत कोल की मृत्यु हुई है। जिस पर मानपुर थाने मे मर्ग कायम कर लिया गया है । सोन नदी से रेत के अवैध उत्खनन परिवहन की जांच की जा रही है जो भी तथ्य सामने आयेगे कार्यवाही की जाएगी।
सचिन शर्मा, पुलिस अधीक्षक उमरिया।

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