जंगल सफारी : कोरोनाकाल के बाद भी सैलानियों से भरा बांधवगढ़
सैलानियों को हो रहे बाघों क दीदार

उमरिया. दुनिया में अपनी छवि बनाए रखने वाला बांधवगढ़ पिछले नौ महीने के कोरोना काल के बाद भी दीपावली के उपलक्ष्य मे सारे रिसोर्ट एवं पार्क सफारी की टिकटों से भरा हुआ है और काफी दिनों बाद जंगल से जुडे हुए गाइड, ड्राइवर ,एवं होटल संचालकों के मन में काफी उत्साह दिखाई दे रहा है । यहां तक की कोर एरिया के तीनों गेट ताला ,मगधी और खितौली में भी ऑनलाइन टिकट खाली नहीं दिखती है इतना ही नहीं बफर जोन में सैलानियों का तांता लगा हुआ है जैसे ताला गेट मे सुबह की पारी 28 पर्यटन जिप्सी प्रवेश करती हैं और शाम को 27 पर्यटन जिप्सी प्रवेश करती है।उसी तरह मगधी गेट मे 26 पर्यटन जिप्सी प्रवेश करती हैं और शाम को 25 पर्यटन जिप्सी प्रवेश करती हैं।और खितौली गेट मे भी सुबह 21 पर्यटन जिप्सी प्रवेश करती हैं और शाम को 20 पर्यटन जिप्सी प्रवेश करती हैं। ऐसे टोटल तीनो गेट मिलाकर सुबह शाम मे 147 पर्यटन जिप्सी प्रवेश करती हैं।
जंगल सफारी मे सैलानियों को हो रहे हैं बाघों के दीदार
बांधवगढ़ के कोर क्षेत्र मे जो सैलानी जंगल सफारी मे जाते हैं वह वापस लौटते ही बाघो के दीदार के बाद काफी खुश नजर आते हैं। और कहते हैं कि जब कभी बाघों का दीदार करना हो तो बांधवगढ़ नेशनल पार्क जरूर जाना चाहिए। वहां एक सफारी या दूसरे सफारी में जरूर बाघ दिख जाता है। जिससे हमारा सफर सफल हो जाता है ।
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