scriptअब सी सी कैमरे से होगी बस यात्रियों की निगरानी | Now the CCD cameras will be used to monitor the passengers | Patrika News

अब सी सी कैमरे से होगी बस यात्रियों की निगरानी

locationउमरियाPublished: Dec 16, 2017 05:13:15 pm

Submitted by:

brijesh sirmour

महिलाओं की सुरक्षा के लिये परिवहन विभाग कर रहा तैयारी

Now the CCD cameras will be used to monitor the passengers

Now the CCD cameras will be used to monitor the passengers

उमरिया. बस ऑपरेटर तथा स्कूल संचालक कैमरे की फुटेज देखकर यह जान सकेंगे कि उनकी बस में किस तरह की सवारी बैठाई गई? किस यात्री के साथ क्या बर्ताव किया गया? महिलाओं द्वारा किसी भी अपमानजनक स्थिति की शिकायत किए जाने पर जांच के दौरान कैमरे की फुटेज देेखी जाएगी। इस उपाय के कारण बसों की यात्रा के दौरान लोग तथा बस कर्मचारी संतुलित और संयमित व्यवहार करेंगे। यह परिवर्तन परिवहन विभाग द्वारा किया जाएगा। जिले में संचालित सभी बसों में शीघ्र ही सीसीटीवी व जीपीएस लगाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। गौरतलब है कि जिले में लगभग 20 की संख्या में स्कूली बसों का संचालन होता है और लगभग 50 की संख्या में यात्री बसें परिवहन विभाग में पंजीकृत हैं। विभाग द्वारा सभी बस आपरेटरों व स्कूल संचालकों को निर्देशित किया गया है कि जिले के सार्वजनिक आवागमन में महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने तथा वाहनों का दुरुपयोग रोकने परिवहन विभाग शीघ्र ही बसों में सीसीटीवी कैमरे और जीपीएस लगाने की तैयारी कर रहा है।
मनमानी पर लगेगा अंकुश
सड़क पर बसों की निगरानी होने से बस कर्मचारी ठूंस-ठूंस कर सवारियां बैठाते रहे हैं और सीटें फुल होने के बाद स्टैण्डिंग में सवारियों को भर कर लेजाते रहे हैं। इससे दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती थी,अब प्रत्येक बस की संचालन की गतिविधि और उसके स्थिति की जानकारी बस ऑपरेटर तथा परिवहन विभाग को मिल जाएगी। नियम विरुद्ध चलने वाले वाहनों पर सरलता से कार्रवाई की जाकर उनमें अंकुश लगाया जा सकेगा।
स्पीड पर कसेगी नकेल
बसों की गति पर अंकुश लगाने स्पीड गवर्नर लगाया जा रहा है, जो कि बसों की स्पीड की रीडिंग करेगा। कुछ बस मालिकों ने बताया कि स्पीड गवर्नर एक छोटा यंत्र है शासकीय प्रावधान के अनुरूप उसमें गति निर्धारित कर उसे बसों मेें लगा दिया जाता है। वाहन उतनी ही रफ्तार में चल पाता है। लंबी दूरी की एक्सप्रेस बसोंं में लगभग 80 किलोमीटर प्रति घंटा और लघुमार्ग की बसों में लगभग 60 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित है। इसके लग जाने से सड़कों पर मनमानी रफ्तार से वाहन नहीं दौड़ाए जा सकेंगे।
यात्रा का मिलेगा डिटेल
बसों को जीपीएस सिस्टम से जोड़ दिए जाने से यह ज्ञात होगा कि बस कब किस रूट पर कितनी दूर चली है। सारा डिटेल मॉनीटर पर देखा जा सकेगा। इससे बस कर्मचारी वाहनों का मनमाना संचालन नही कर सकेंगे। वे न तो अनावश्यक वाहन को कहीं भी रोक सकेंगे और न निर्धारित दिशा व रूट के अलावा कहीं भी वाहन को ले जा सकेंगे। इससे आवागमन में अंकुश लगेगा। बसें समय से गंतव्य तक पहुंच सकेंगी। शासन के निर्देश के परिपालन में शुरू किए जा रहे इस अभियान से यात्री बसों व स्कूल बसों में सवार महिलाओं को छेड़छाड़ जैसी अपमानजनक स्थिति का सामना नहीं करना पड़ेगा। बस में सवार हर यात्री अब कैमेरे की निगरानी मेें रहेगा। इसके अलावा बसों की ओवर लोडिंग सहित कई अन्य अव्यवस्थाओं में भी सुधार आएगा और अंकुश लगेगा। सड़क यातायात में कभी कोई निगरानी नही रही। अभी तक केवल परिवहन विभाग व पुलिस द्वारा कभी-कभी सड़कों पर वाहनों की जांच पड़ताल की जाती रही है।
इसका कहना है
परिवहन विभाग द्वारा यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए शीघ्रता से उपाय किये जा रहे हैं। इन उपायों से बस का आवागमन काफी व्यवस्थित हो जाएगा और महिलाओं को आने जाने में किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
रमा दुबे, जिला परिवहन अधिकारी, उमरिया
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