पर्यावरण की अनदेखी
उमरिया
Published: June 09, 2022 06:27:25 pm
बिरसिंहपुर पाली. जिले के कोयलांचल क्षेत्र एवं विद्युत पावर कंपनी में चहुंओर प्रदूषण का कहर बरसाया जा रहा है। पर्यावरण व्यवस्था को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता से पूरे क्षेत्र में प्रदूषण फैल रहा है। यहां से निकलने वाले धुएं से आसपास के रहवासी गंभीर बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं। ताप विद्युत गृह में एक कंपनी जो कि सीएचपी के सभी कार्यों का जिम्मा उठा रही है। कोयला अनलोडिंग का काम ओल्ड हापड़ ट्रिपलर, का काम करती है। इस काम में लगभग प्रतिदिन 500 सौ से ज्यादा ठेका श्रमिक कार्यरत हैं जो कि और 5 से 6 रेल रैक कोयला प्रतिदिन अनलोडिंग का काम करते हैं। इस कार्य की सबसे अनिवार्य शर्त यह है कि श्रमिकों को प्रदूषण मुक्त वातावरण उपलब्ध कराया जाए जिसके लिए ताप परियोजना में डस्ट कंट्रोलर मशीनें कांटेक्टर के आर्डर में अनिवार्य शर्तों में है, जिसमें लगभग 30 मशीन लगाकर पर्यावरण को संतुलित बनाए रखने के लिए लगाई जानी है लेकिन इनमें से एक भी डस्ट कंट्रोलर नहीं लगाए गए हैं। यही वजह है कि कोयला अनलोडिंग का कार्य में लगे श्रमिकों कोल डस्ट का सामना करना पड़ रहा है। इसकी वजह से आसपास के रहवासी भी परेशान हैं।
पर्यावरण संतुलित रखने लगाने थे 30 संयंत्र
जानकारी के मुताबिक कंपनी को पर्यावरण संतुलित रखने 30 यंत्रों को लगाने के नाम पर हर माह लगभग साढ़े तीन लाख रुपए भुगतान किया जा रहा है लेकिन आज तक कंपनी एक भी संयंत्र नहीं लगाए हैं। बताया गया कि एक समय तो ऐसा था कि जब सरकार ने भी परियोजना को चलाने से अपने हाथ खड़े कर दिए थे। इसके बाद जब इसका विरोध किया तो सरकार ने अपने फैसले बदल दिए। अगर विरोध नहीं किया जाता तो आज यह परियोजना किसी निजी कंपनी के हाथों में होती। पर्यावरण प्रदूषण को संतुलित बनाए रखने के लिए मध्य प्रदेश सरकार विधिवत प्रदूषण बोर्ड का गठन कर इसमें लगाम लगाए जाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है।
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