लगातार बारिश से ढह गया गरीब का आशियाना
प्रशासन से गुहार के बाद भी नहीं मिली राहत
लगातार बारिश से ढह गया गरीब का आशियाना
उमरिया. गुरुवार की दरमियानी रात से लगातार बारिश ने जहां शहर के नदी नाले उफान पर दिखाई दिए। वहीं दूसरी ओर शहर से लगे कई गांव के संपर्क भी टूट गया था। इतना ही नहीं कईयों के आसियाने भी बारिश के चलते ढह गये। ऐसा ही एक मामला स्टेशन रोड स्थित विजया बैंक के बगल में चाय बेचकर अपना जीवन यापन कर रहे कृष्ण कुमार बर्मन उर्फ मुन्ना का आसियाना भी बारिश के चलते ढह गया। इनके परिवार में चार बच्चियां है जो आज घर से बेघर हो चुकी हैं। पूरा परिवार दो दिन से दहशत में है साथ ही पन्नी लगाकर किसी तरीके से गुजर बसर कर रहे हैं। इतना ही नहीं कृष्ण कुमार बर्मन की पत्नी अनीता बर्मन स्वयं उमरिया कलेक्टर से मदद की गुहार लगाने गयी हुई थीं।
विधिवत आवेदन में पूरी स्थिति को भी स्पष्ट किया गया था। उमरिया कलेक्टर माल सिंह ने स्थिति को गंभीरता से न लेते हुये कहा कि शाम तक मै किसी को भेजूगा पर अभी तक कोई भी प्रशासनिक अधिकारी पीडि़त परिवार की सुध लेने नहीं आया है। इतना ही नहीं कई बार प्रधान मंत्री आवास को लेकर आवेदन भी दिया गया, परंतु नगरपालिका के उपयंत्रियों द्वारा बार बार सर्वे करने के बाद भी आवास का लाभ अभी तक कृष्ण कुमार को नहीं दिया गया। जबकि सूत्रों की माने तो आस-पास के लोगों ने उपयंत्रियों की खातिरदारी की जिसके चलते उन्हे आवास का लाभ मिल गया। हकीकत तो यह है कि जिसे ज्यादा जरुरी आवास का लाभ मिलना था, उसे न मिलकर अन्य लोगों को मिला। गरीबी के चलते उक्त व्यक्ति उपयंत्रियों की खातिरदारी करने में अपने आप को सक्षम न पाने के कारण उसे आवास का लाभ नहीं मिला।
ज्वालामुखी का टूट गया पुल
उमरिया. ज्वालामुखी मंदिर के समीप पुल भी बारिश की भेंट चढ़ गयी। ज्वालामुखी मंदिर तक श्रद्धालुओं को पहुंचने का सिर्फ एक मार्ग था जिसका आधा हिस्सा टूट कर गिर गया है। साथ ही रेलिंग भी गिर चुकी है। जिसके चलते इस मार्ग से जुड़े एक दर्जन से अधिक गांव का संपर्क खतरे में पड़ गया है। स्थानीय एवं गणमान्य नागरिकों द्वारा इस पुल के नवनिर्माण के लिये कई बार प्रशासन से गुहार भी लगाई गई जिस पर वर्तमान कलेक्टर माल सिंह ने बकायदा इस स्थल का निरीक्षण करते हुये लगभग 28 लाख रुपये से नये पुल बनाने की बात भी कही थी। इसके लिये पीडब्ल्यूडी विभाग के एसडीओ एवं उपयंत्रियों द्वारा स्थल मुआयना भी किया गया, परंतु आज तक उस पर काम नहीं चालू हो सका। अंतत: आज स्थिति यह बन गयी है कि इस बारिश में पुल का आधा हिस्सा गिर चुका है अब धीरे धीरे इस पुल का बाकी हिस्सा भी गिरने की कगार पर पहुंच चुका है। समय रहते अगर प्रशासन उचित ध्यान नहीं दे रहा है तो नि:संदेह आने वाली नवरात्रि के समय भक्तों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
भारी बारिश से ढह गया मकान
बिरसिंहपुर पाली. पाली विकासखण्ड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत मलियागुड़ा के बीएसबी कालोनी में निवासरत मुन्ना सिंह पिता भईया लाल सिंह का मकान बीते दिन हुई मूसलाधार बारिश के बीच गिर गया। जिससे उनके परिजनों को दूसरे के घर में आसरा लेना पड़ रहा है। बताया गया है कि मुन्ना सिंह मेहनत मजदूरी कर जीवकोपार्जन करता है। जिसके कच्चा मकान गिरने से उन्हें व परिजनों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। घर की दीवारें गिरने से उसके परिजन असुरक्षित महसूस भी करते है। इस सम्बंध में स्थानीय व जिला प्रशासन से राहत प्रदान करने की मांग की गई है। गौरतलब है कि इस मोहल्ले में कई और भी मकान है जो बारिश से प्रभावित हुए है।
बारिश से बह गई पाइप लाइन, पेयजल के लिए परेशान
उमरिया. बीते दिन हुये मूसलाधार बारिश से खलेसर पुल के नीचे से गई पेयजल सप्लाई पाइप लाइन टूट कर बह गयी। जिसके कारण शनिवार को खलेसर बस्ती के लोगों को पीने के पानी के लिये परेशान होना पड़ा। ज्ञातव्य हो कि विगत दिनों हुई तेज बारिश के चलते नदी नाले उफान पर रहा। इसी कारण तेज बारिश के बहाव में पाइप लाइन बह गयी। लोगों का कहना है कि समय रहते अगर नपा इस ओर ध्यान देती तो ऐसा दिन न देखने को मिलता। इस समस्या से लोगों को पीने के पानी के लिये यहां वहां भटकना पड़ा। लेकिन इस ओर नपा ने लोगों को पेयजल के लिये कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं कर रही थी। जिससे लोगों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ा है। बताया गया कि पाइप लाइन के नीचे से अभी तक उमरार का पानी का बहाव तेज है जिससे उसकी मरम्मत करने में नपा के कर्मचारियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिसके चलते लोगों को और दिनों तक पीने के पानी के लिये परेशानी उठानी पड़ेगी। शनिवार को बारिश थमने से जगह जगह सड़को पर कीचड़ देखने मिला है। जिसके चलते लोगों को आवागमन करने में असुविधाओं का सामना करना पड़ा है। वहीं सड़को पर बने गड्ढ़े कीचड़ के चलते लोगों को समझ न आने के चलते चोटिल तक हो रहे है। लेकिन इस दिशा में जिम्मेदार विभाग कोई ध्यान नहीं दे रहा है। आज भी उमरार डेम का पानी ओवर फ्लो के चलते उमरार नदी में तेज बहाव बना हुआ है।