जिनकी वेतन वृद्धि रोकी गई है उनमें उनमें सरजू सिंह टेकाम प्राचार्य शासकीय उमावि घनुघुटी, सजन सिंह प्रभारी प्राचार्य शासकीय उमावि मालाचुआ, सुशीला पेन्द्राम प्रभारी प्राचार्य शासकीय हाई स्कूल तिवनी, संतोष कुमार तिवारी प्रभारी प्राचार्य शा. हाई स्कूल अमिलिहा, गोपाल विश्वकर्मा प्रभारी प्राचार्य शा. उमावि बड़वाही, उषा पटेल प्रभारी प्राचार्य शा. हाई स्कूल मेढकी, कलम सिंह परस्ते प्रभारी प्राचार्य शा. उमावि खिचकिड़ी, के के शास्त्री प्रभारी प्राचार्य शा. हाई स्कूल पाली प्रोजेक्ट, प्रभाकर कोल बालक आश्रम अमिलिहा, महेश सिंह अधीक्षक गिंजरी, चंद्रभान सिंह अधीक्षक घुनघुटी, लच्छू प्रसाद बैगा अधीक्षक बेली, जय सिंह मरावी अधीक्षक शाहपुर, केतकी सिंह अधीक्षक कन्या छात्रावास, सजन सिंह अधीक्षक बालक आश्रम गिंजरी तथा उमा देवी अधीक्षक कन्या आश्रम पठारी कला शामिल है।
इसी तरह अच्छा परीक्षा परिणाम नही देने वाले सुधा विश्वकर्मा प्रभारी प्राचार्य शा. हाई स्कूल मलिया गुड़ा तथा मो. इकराम अहमद प्रभारी प्राचार्य शा. उमावि जमुडी की भी वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिए है। बैठक के दौरान बताया गया कि परीक्षा परिणाम में उत्कृष्ट पाली, बकेली, गोरइया एवं सलैया का 100 प्रतिशत रिजल्ट आया है।
बैठक में ग्रीष्मावकाश में, उपलब्ध संसाधनो की सहायता से आदर्श छात्रावास, आश्रम, शाला विकसित करना, संस्थाओं में किचन गार्डन तथा वृक्षारोपण पर प्रगति, संस्थाओं की ग्रीष्मकालीन साफ -सफाई एवं अन्य व्यवस्था, सभी संस्थाओं का कक्षावार, वर्गवार, श्रेणीवार परीक्षाफल के संबंध में विस्तार से समीक्षा की गई।
कलेक्टर ने कहा कि छात्रावास एवं आश्रमों को आकर्षक बनाया जाए ताकि बच्चे स्वयं प्रेरित होकर यहां प्रवेश लेने हेतु आगें आए। आश्रमों एवं छात्रावासों में पेयजल, साफ -सफाई, वार्डन, किचन, छात्रावास, आश्रम की रंगाई पुताई, वृक्षारोपण की व्यवस्था एवं सुव्यवस्थित शौचालय उपलबध कराना सुनिश्चित कर ले। उन्होने कहा कि 10 जून के पूर्व छात्रावास में समस्त व्यवस्थाएं पूर्ण कर लें।
जिसका अवलोकन 10 जून के बाद मेरे द्वारा किया जाएगा। उन्होने कहा कि यदि निरीक्षण के दौरान दिये गये निर्देशों का पालन नही किया गया तो संबंधित अधीक्षकों के विरूद्ध उन्हें जिम्मेदार मानकर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। जिसके लिए वे स्वयं जिम्मेंदार होगे।
उन्होंने कहा कि समस्त छात्रावासों में जो अच्छे पढऩे वाले बच्चे हैं, उनका श्रेणीवार विभाजन कर कम अंक पाने वाले छात्र-छात्राओ को अलग बिठाकर अलग-अलग क्लासेस लगाई जाए ताकि बच्चों के शिक्षा स्तर में सुधारा लाया जा सके। उन्होने कहा कि छात्रावास में अधीक्षक 24 घंटे तैनात रहेंगे।
बैठक में सहायक आयुक्त आदिवासी विकास, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी पाली, प्राचार्य एकलव्य आवासीय विद्यालय, कन्या शिक्षा परिसर उमावि, हाई स्कूल, समस्त अधीक्षक, छात्रावास एवं आश्रमों के अधीक्षक उपस्थित रहे।