एनजीटी की मुख्य पीठ ने भी माना उत्खनन की बात
जनहित याचिका में एनजीटी की मुख्य पीठ ने माना था कि बेली की नदी से रोजाना लाखों रुपए की अवैध रेत का कारोबार हो रहा है। वहीं खदानों में भी रेत का उत्खनन अभी बंद किया गया है लेकिन कारोबारियों के द्वारा रेत का अवैध उत्खनन रातों-रात कर रहे हैं। ठेकेदार व गांव के कुछ ऐसे सहयोगी जो नदी से मजदूरों के द्वारा मजदूरी देकर रेत को नदी से निकलवा कर ट्रैक्टर में लाकर हाईवा व ट्रैक्टर के माध्यम से एक स्थान से दूसरे स्थान रातों- रात पहुंचाने का काम कर रहे हैं।
रेत निकालकर कर रहे परिवहन
जंगली व पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण प्रशासनिक अमला यहां नहीं पहुंच पा रहा है। जिसके चलते इस कारोबार को दिन प्रतिदिन बढ़ावा मिल रहा है। यहां रेत का अवैध उत्खनन व परिवहन करते हुए वन विभाग द्वारा तीन ट्रैक्टर जब्त भी किए गए हैं। बेली नदी से पहले रेत निकालकर भण्डारण किया जा रहा था। इन दिनो भण्डारण को साफ करा दिया गया है। अब कारोबारी सीधे रेत निकालकर परिवहन कर रहे हैं। इन कारोबारियों पर नकेल कसने की महती आवश्यक्ता है। यदि ऐसा नहीं किया गया तो यह कारोबारी बेली नदी को पूरी तरह से छलनी कर देंगे।